प्रयागराज में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के एसएसएल हॉस्टल के बाहर शुक्रवार दोपहर उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब छात्रों के दो गुटों के बीच विवाद हिंसक झड़प में बदल गया। मारपीट और पथराव के चलते मुख्य सड़क पर करीब आधे घंटे तक अराजक स्थिति बनी रही। हालांकि किसी के घायल होने की सूचना नहीं है, लेकिन घटना से इलाके में दहशत का माहौल बन गया। अब पढ़िए पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे से 1 बजे के बीच एसएसएल हॉस्टल परिसर से बाहर निकलकर छात्रों के दो गुट आमने-सामने आ गए। पहले कहासुनी हुई और फिर मामला हाथापाई व पथराव तक पहुंच गया। छात्रों के बीच हुई हिंसक झड़प के कारण मुख्य सड़क पर आवागमन बाधित हो गया। राहगीरों में डर का माहौल रहा और लोग सुरक्षित स्थानों की ओर भागते नजर आए। घटना के दौरान लगभग आधे घंटे तक इलाके में तनावपूर्ण स्थिति बनी रही। स्थानीय लोगों का कहना है कि अचानक हुए बवाल से पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई। घायलों की पुष्टि नहीं, जांच शुरू हालांकि मारपीट और पथराव की घटना काफी उग्र रही, लेकिन अब तक किसी के घायल होने की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। इसके बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन ने मामले को गंभीर मानते हुए जांच शुरू कर दी है। घटना को लेकर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के उपकुलानुशासक प्रो. अतुल नारायण सिंह ने एसएसएल हॉस्टल के अधीक्षक को पत्र भेजा है। पत्र में छात्रावास के अंत:वासियों द्वारा की जा रही लगातार अनुशासनहीन गतिविधियों पर कड़ी नाराजगी जताई गई है। सीसीटीवी फुटेज से पहचान के निर्देश
उपकुलानुशासक ने पत्र में निर्देश दिए हैं कि छात्रावास में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के माध्यम से उपद्रव और बवाल में शामिल छात्रों की पहचान सुनिश्चित की जाए और उनकी जानकारी कुलानुशासक कार्यालय को उपलब्ध कराई जाए। करीब 25 छात्रों की हुई पहचान
सूत्रों के अनुसार, सीसीटीवी फुटेज के आधार पर इस मामले में करीब 25 छात्रों की पहचान कर ली गई है। प्रशासन अब इनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की तैयारी में जुट गया है। पहचाने गए छात्रों के विरुद्ध इलाहाबाद विश्वविद्यालय का प्रॉक्टोरियल बोर्ड अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगा। नियमों के तहत चेतावनी, जुर्माना, हॉस्टल से निष्कासन या अन्य कठोर कदम उठाए जा सकते हैं। पहले भी सामने आ चुकी हैं अनुशासनहीनता की घटनाएं
प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक एसएसएल हॉस्टल से पहले भी अनुशासनहीन गतिविधियों की शिकायतें मिलती रही हैं। हाल ही में किए गए औचक निरीक्षण के दौरान कई कमरे बंद मिले थे और अनेक छात्र अपने आवंटित कक्षों में अनुपस्थित पाए गए थे।