प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज BSNL का 4G नेटवर्क लॉन्च कर दिया है। ये नेटवर्क देशभर में 98 हजार साइटों पर रोलआउट हो गया है। यह नेटवर्क पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर तैयार हुआ है। इस सर्विस के लॉन्च होते ही भारत के सभी टेलिकॉम ऑपरेटर 4G से लैस हो गए हैं। जियो, एयरटेल, वोडाफोन-आईडिया (VI) जैसी कंपनियां पहले से ही 4G और 5G नेटवर्क पर हैं। इसके साथ ही भारत उन देशों की लिस्ट में शामिल हो गया है, जो अपनी टेलिकॉम टेक्नोलॉजी खुद बनाते हैं। डेनमार्क, स्वीडन, साउथ कोरिया और चीन के बाद भारत पांचवां देश है।' गांव-शहर सभी जगह तेज 4G इंटरनेट मिलेगा 5G में आसानी से अपग्रेड हो सकता है ये नेटवर्क BSNL का ये स्वदेशी 4G स्टैक 5G में आसानी से अपग्रेड हो सकता है। ये क्लाउड-बेस्ड और फ्यूचर-रेडी डिजाइन वाला है। मतलब सॉफ्टवेयर अपडेट से ही 5G पर शिफ्ट हो जाएगा। कोई बड़े हार्डवेयर चेंज की जरूरत नहीं पड़ेगी। टेलीकॉम मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी कहा है कि ये सीमलेसली 5G में अपग्रेडेबल है। यानी, 4G लॉन्च के बाद जल्द ही 5G की तैयारी हो जाएगी। BSNL के कस्टमर लगातार कम हो रहे टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के जुलाई 2025 के आंकड़ों के अनुसार, BSNL और MTNL लगातार सब्सक्राइबर खो रही हैं। जुलाई में BSNL के 1.01 लाख ग्राहक कम हुए, वहीं MTNL के भी सब्सक्राइबर घटे। अब पब्लिक सेक्टर टेलिकॉम कंपनियों का मार्केट शेयर 8% से भी कम रह गया है। रिपोर्ट के अनुसार, जियो ने जुलाई में सबसे ज्यादा 4.83 लाख नए मोबाइल ग्राहक जोड़े हैं। एयरटेल ने जुलाई में 4.64 लाख नए मोबाइल यूजर्स जोड़े। जबकि वोडाफोन आइडिया के सब्सक्राइबर्स में गिरावट देखने को मिली है। वोडाफोन आइडिया (Vi) के जुलाई में 3.59 लाख मोबाइल ग्राहक घटे हैं। एयरटेल और जियो से काफी पीछे BSNL PM मोदी 6G नेटवर्क का रोडमैप लॉन्च कर चुके हैं। 2030 तक भारत में 6G सर्विस शुरू होने की उम्मीद है। इस मामले में BSNL काफी पीछे है। कंपनी 4G के साथ 5G सर्विस लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। वहीं, एयरटेल और जियो ने 2022 में 5G सर्विस लॉन्च की थी। BSNL की ऐसी हालत क्यों हुई?