गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) की ओर से मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की गई। प्रवर्तन टीम ने मानबेला क्षेत्र में अपनी 32 करोड़ रुपये की जमीन खाली करा ली। यह जमीन प्राधिकरण की राप्तीनगर विस्तार टाउनशिप एवं स्पोर्ट्स सिटी योजना का हिस्सा है। 20 साल पहले इसे अधिगृहीत किया गया था। कई वर्षों से उसपर अवैध कब्जा था। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष आनन्द वर्द्धन के निर्देश पर मुख्य अभियंता किशन सिंह के नेतृत्व में पहुंची टीम ने वहां से कब्जा हटाया। मौके पर विरोध करने का प्रयास किया गया लेकिन पर्याप्त पुलिस बल होने के कारण जल्द ही लोग चुप हो गए। मौके पर पहुंची टीम ने लगभग 2 एकड़ भूमि का सीमांकन किया। उसके बाद वहां हुए अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया। शुरू होगा विकास कार्य
मुख्य अभियंता ने बताया कि खाली कराई गई जमीन राप्तीनगर विस्तार टाउनशिप एवं स्पोर्ट्स सिटी योजना का हिस्सा है। कब्जा होने के कारण यहां विकास कार्य नहीं हो पा रहे थे। अब यहां ढांचागत विकास शुरू हो जाएगा।
प्राधिकरण के उपाध्यक्ष का कहना है कि प्राधिकरण की जमीन पर अवैध कब्जा या अतिक्रमण मिला तो उसे साफ कराया जाएगा। कार्रवाई करने वाली टीम में अधिशासी अभियंता प्रवीण गुप्ता, सहायक अभियंता एके तायल, संजीव तिवारी, ज्योति राय, अवर अभियंता संजय गुप्ता, दीपक गुप्ता, प्रभात कुमार, संजू शाव आदि शामिल रहे। नगर निगम की तर्ज पर GDA करेगा प्रवर्तन दल का गठन अवैध निर्माण पर प्रभावी कार्रवाई के लिए GDA भी नगर निगम की तरह प्रवर्तन दल का गठन करेगा। इसमें सेना के कर्नल रैंक के अवकाश प्राप्त अधिकारी प्रवर्तन दल के प्रभारी होंगे। इसी तरह सेवानिवृत्त जेसीओ रैंक के अधिकारी टीम लीडर होंगे। दल में सेवानिवृत्त सीओ रैंक के अधिकारी के अलावा सिपाही, कांस्टेबल, कुल 12 पीआरडी या होमगार्ड जवान होंगे। इस प्रस्ताव को बोर्ड से मंजूरी मिल गई है। चयन के लिए 22 सितंबर की तारीख तय की गई हैं। इच्छुक भूतपूर्व सैनिकों को जरूरी शैक्षणिक प्रमाणपत्रों के साथ सुबह 11 बजे प्राधिकरण के राप्ती सभागार में बुलाया गया है।