यूपी की सबसे बड़ी मेडिकल यूनिवर्सिटी, KGMU में आज यानी गुरुवार से NAAC (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद) टीम निरीक्षण करेगी। 3 दिन के निरीक्षण के दौरान मरीजों की परेशानी बढ़ने की आशंका है। NAAC टीम के आने से एक दिन पहले ही विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर की तरफ से कैंपस के 2 गेट बंद करने का आदेश जारी हो चुका है। गेट नंबर 1 और गेट 24 के बंद होने से न केवल मरीजों और तीमारदारों को परेशानी होगी। साथ ही डॉक्टर्स और अन्य स्टाफ को भी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि कैंपस में भारी भीड़ के कारण बड़ी संख्या में गाड़ियों का आवागमन भी होता है। ऐसे में गेट बंद होने कैंपस के अंदर पार्किंग की किल्लत का सामना नहीं करना पड़ेगा। पार्किंग को लेकर जारी किए गए विशेष निर्देश KGMU के चीफ प्रॉक्टर प्रो.आरएएस कुशवाहा ने पत्र में कहा कि 2 अगस्त तक चलने वाले NAAC के निरीक्षण के दौरान छात्रावास में रहने वाले सभी रेजिडेंट पैदल ही परिसर में आएंगे। डॉक्टरों को जहां तक संभव हो, वाहन साझा करके आने के लिए कहा गया है। इससे अनावश्यक भीड़ भाड़ से बचा जा सकता है। KGMU में रोजाना करीब सात हजार मरीज और इससे ज्यादा तीमारदार आते हैं। स्टाफ की संख्या भी 10 हजार से ज्यादा है। ऐसे में रोजाना करीब 25 हजार की भीड़ रहती है। 2023 में NAAC टीम ने किया था दौरा साल 2023 में हुई ग्रेडिंग में KGMU को NAAC A+ ग्रेडग्रेड मिला था। KGMU इससे बेहतर रैंक की उम्मीद लगाए बैठा था। वर्तमान कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद ने ग्रेड में सुधार के लिए दोबारा आवेदन किया। कुलपति के मुताबिक KGMU NAAC A+ ग्रेड से बेहतर प्रदर्शन कर सकता है। इसलिए पुर्नमूल्यांकन के लिए आवेदन किया गया है। रिसर्च पर होगा फोकस गुरुवार से निरीक्षण की शुरुआत होगी। पिछली बार KGMU को स्टूडेंट एक्टिविटी और शोध में कम नंबर मिले थे। उस समय यह भी कहा गया था KGMU अपने सभी शोध नहीं बता सका था। अब इनको व्यवस्थित करके आवेदन किया गया है।4500 से ज्यादा बेड का अस्पतालKGMU में इस समय एशिया में सबसे ज्यादा 4500 बेड हैं। इस लिहाज से यह एशिया का सबसे बड़ा अस्पताल है। संस्थान में 149 छोटे-बड़े भवन हैं। यहां 77 विभागों का संचालन हो रहा है। 550 फैकल्टी, 800 रेजिडेंट डॉक्टर और लगभग 10 हजार कर्मचारी कार्यरत हैं।कोरोना के दौरान देश में सबसे ज्यादा मरीजों का इलाज और सबसे ज्यादा बेड क्षमता होने का रिकॉर्ड भी KGMU ने बनाया था। महामारी के दौरान सबसे ज्यादा टेस्ट करने का कीर्तिमान भी संस्थान के नाम है। टेलीमेडिसिन में अच्छे प्रदर्शन के लिए KGMU की डॉक्टर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने हाथों से सम्मानित किया जा चुका है।