महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय, बरेली और INFLIBNET केंद्र, गांधीनगर के बीच मंगलवार को लखनऊ राजभवन में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की उपस्थिति में यह समझौता संपन्न हुआ। विश्वविद्यालय की ओर से कुलपति प्रोफेसर के.पी. सिंह ने समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते से छात्रों, शोधार्थियों और शिक्षकों को INFLIBNET की डिजिटल सेवाओं का लाभ मिलेगा। शोधगंगा के माध्यम से पांच लाख से अधिक शोध प्रबंधों तक निशुल्क पहुंच मिलेगी। येशोधशुद्धि के तहत शोध कार्यों की मौलिकता जांचने का सॉफ्टवेयर उपलब्ध होगा। इंडकैट और यूपीकैट से देश की प्रमुख यूनिवर्सिटी लाइब्रेरियों का एकीकृत डेटाबेस मिलेगा। सोल लाइब्रेरी ऑटोमेशन से विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी डिजिटल रूप से ऑटोमेट होगी। IRINS के माध्यम से शिक्षक और शोधार्थी अपने शोध प्रकाशनों को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित कर सकेंगे। INFLIBNET द्वारा विश्वविद्यालय में छात्रों और शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण सत्र भी आयोजित किए जाएंगे। कुलपति प्रो. के.पी. सिंह ने इस समझौते को छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए महत्वपूर्ण बताया।