अंबेडकर नगर जिले ने सीएम डैशबोर्ड पर लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। जिला पिछले छह महीनों से शीर्ष चार रैंक में बना हुआ है, जबकि एनओसी जारी करने के मामले में यह पिछले पांच महीनों से पहले या दूसरे स्थान पर कायम है। जिले में औद्योगिक बुनियादी ढांचे का तेजी से विकास हो रहा है, जिससे बड़े निवेश आकर्षित हो रहे हैं। यूपीडा द्वारा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर 570 एकड़ और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर 362 एकड़ भूमि पर आईएमएलसी औद्योगिक कॉरिडोर विकसित किए जा रहे हैं। इन कॉरिडोर के माध्यम से दीर्घकालिक निवेश की संभावनाएं मजबूत हुई हैं।अकबरपुर तहसील के सस्पना गांव में रिलायंस बायो एनर्जी 125 करोड़ रुपये की लागत से कंप्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी/सीएनजी) प्लांट का निर्माण कर रही है, जो तेजी से प्रगति पर है। इसी तरह, भीटी तहसील में अदानी एग्रो लॉजिस्टिक्स द्वारा आधुनिक अनाज भंडारण (साइलो) सुविधा का निर्माण किया जा रहा है। ये परियोजनाएं कृषि और ऊर्जा क्षेत्रों को मजबूती प्रदान करने के साथ-साथ स्थानीय रोजगार को भी बढ़ावा देंगी। जिला प्रशासन का मानना है कि इन्वेस्ट यूपी की सुदृढ़ और पारदर्शी प्रणाली के कारण अंबेडकर नगर निवेशकों की पहली पसंद बनता जा रहा है। जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला ने बताया कि यूपीडा के तहत बेवाना और जलालपुर में ढाई-ढाई सौ हेक्टेयर क्षेत्रफल के दो इंडस्ट्रियल कॉरिडोर विकसित किए जा रहे हैं। इन कॉरिडोर के लिए पुनर्ग्रहण का कार्य पूरा हो चुका है और अधिग्रहण भी लगभग 95 प्रतिशत हो गया है। जिलाधिकारी शुक्ला ने आगे कहा कि यूपीडा की ओर से इन कॉरिडोर को विकसित करने की कार्रवाई चल रही है और यह कार्य जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इससे जिले में औद्योगीकरण को बढ़ावा मिलेगा और अर्थव्यवस्था को 20 से 60 हजार करोड़ रुपए का लक्ष्य हासिल करने में सहायता मिलेगी। जिले में फूड ग्रेंस के गोडाउन खुल रहे हैं और सीबीजी सेक्टर में भी वृद्धि दर्ज की जा रही है।