अयोध्या में समाजवादी पार्टी (सपा) की जिला कमेटी के साथ ही महानगर कमेटी को भी प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल ने भंग कर दिया है। बताया जा रहा है कि यह कदम जिले में दो बड़े नेताओं की नाराजगी के चलते उठाया गया। सपा जिलाध्यक्ष पारसनाथ यादव के इस मामले में सपा की महानगर कमेटी को झेलना पड़ गया है। गोसाईंगंज विधानसभा में प्रभारी बनाए गए लौटनराम निषाद का असंतोष जिला कमेटी भंग होने का मुख्य कारण बना। पार्टी मुखिया को यह शिकायत मिली कि गोसाईंगंज विधानसभा में जिला कमेटी के स्तर से कोई ध्यान दिया जा रहा है। गोसाईंगंज के प्रभारी घोषित किए गए लौटनराम निषाद को बैकअप भी नहीं किया जा रहा है। सपा के शीर्ष नेतृत्व ने इस शिकायत को गंभीरता से लिया। सांसद अवधेश प्रसाद के साथ विचार-विमर्श के बाद जिला कमेटी को भंग कर दिया गया। इसके साथ ही महानगर कमेटी भी प्रभावहीन स्थिति में निवर्तमान हो गई। सूत्रों के अनुसार, पारसनाथ यादव सपा में अयोध्या की राजनीति का मोहरा बनना चाहते हैं। लेकिन पार्टी के नेताओं को यादव नेता के रूप में पूर्व सांसद मित्रसेन के पुत्र और पूर्व मंत्री आनंदसेन यादव ही पहली पसंद हैं। पारसनाथ यादव बिरादरी का सबसे प्रभावशाली चेहरा बनकर अगले विधानसभा चुनाव में उतरने की योजना पर काम कर रहे थे।