छत्तीसगढ़ कैडर में आईपीएस मयंक मिश्रा की दादी ऊषा मिश्रा और चाचा कृष्ण बिहारी मिश्रा की डंपर की टक्कर लगने से हुई मौत के बाद शव उनके गांव पहुंचा, जान कोहराम मच गया। शव को श्रद्धांजलि देने पूर्व विधायक श्याम लाल द्विवेदी भी पहुंचे। मां बेटे का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इधर नैनी पुलिस घटना के बाद से डंपर को कब्जे में ले लिया। मामले में भाई शारदा मिश्रा की तहरीर पर डंपर के नंबर के आधार पर अज्ञात चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले में एक टीम भी बनाई गई है। घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे से फुटेज भी देखी जा रही है। फिलहाल अभी तक चालक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। लखनऊ के लिए ट्रेन पकड़ने का रहे थे मां बेटे मध्य प्रदेश के रीवा जिले में सोहागी कोहनी के रहने वाले कृष्ण बिहारी मिश्रा पुत्र सूर्यमणि मिश्रा 55 वर्ष मानिकपुर में प्राइमरी स्कूल में शिक्षक थे। वह अपनी पत्नी। सरिता और तीन बच्चों के साथ नैनी के पीडीए कॉलोनी में किराए का कमरा लेकर रहते थे। वह गुरुवार की सुबह करीब साढ़े पांच बजे अपनी मां ऊषा मिश्रा 72 वर्ष को बाईक से लेकर शहर लखनऊ पीजीआई इलाज कराने के लिए ट्रेन पकड़ने प्रयाग जंक्शन जा रहे थे। जहां लेप्रोसी चौराहे पर पहुंचते ही डंपर की चपेट में आने से दोनों लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। ऊषा देवी को स्क्रीन प्रॉब्लम थी जिसका इलाज लखनऊ पीजीआई से चल रहा था। वह तीन बार पहले लखनऊ जा चुकी थी। चौथी बार छोटे भाई कृष्ण बिहारी के साथ लखनऊ जाने के लिए निकली थी। नैनी से शहर प्रयागराज जा रही थी। जहां घटना हो गई। पुराने पुल की तरफ भागने का मिला संकेत लेप्रोसी चौराहे पर कुछ ट्रक चालकों के मुताबिक भोर में साढ़े पांच बजे की घटना है। उस वक्त घटना के बाद डंपर चालक तेजी से पुराने यमुना पुल की तरफ डंपर से कूदकर भागा था। घटना के वक्त काफी भीड़ जुट गई थी। तत्काल पुलिस पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। लखनऊ के लिए ट्रेन पकड़ने का रहे थे मां बेटे मध्य प्रदेश के रीवा जिले में सोहागी कोहनी के रहने वाले कृष्ण बिहारी मिश्रा पुत्र सूर्यमणि मिश्रा 55 वर्ष मानिकपुर में प्राइमरी स्कूल में शिक्षक थे। वह अपनी पत्नी। सरिता और तीन बच्चों के साथ नैनी के पीडीए कॉलोनी में किराए का कमरा लेकर रहते थे। वह गुरुवार की सुबह करीब साढ़े पांच बजे अपनी मां ऊषा मिश्रा 72 वर्ष को बाईक से लेकर शहर लखनऊ पीजीआई इलाज कराने के लिए ट्रेन पकड़ने प्रयाग जंक्शन जा रहे थे।
जहां लेप्रोसी चौराहे पर पहुंचते ही डंपर की चपेट में आने से दोनों लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। ऊषा देवी को स्क्रीन प्रॉब्लम थी जिसका इलाज लखनऊ पीजीआई से चल रहा था। वह तीन बार पहले लखनऊ जा चुकी थी। चौथी बार छोटे भाई कृष्ण बिहारी के साथ लखनऊ जाने के लिए निकली थी। नैनी से शहर प्रयागराज जा रही थी। जहां घटना हो गई। पुराने पुल की तरफ भागने का मिला संकेत लेप्रोसी चौराहे पर कुछ ट्रक चालकों के मुताबिक भोर में साढ़े पांच बजे की घटना है। उस वक्त घटना के बाद डंपर चालक तेजी से पुराने यमुना पुल की तरफ डंपर से कूदकर भागा था। घटना के वक्त काफी भीड़ जुट गई थी। तत्काल पुलिस पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।