आगरा में दो दिन बाद यमुना के घाटों पर बड़ी संख्या में लोग छठ पूजा पहुंचेंगे। बल्केश्वर स्थित पार्वती घाट पर लोग छट को पूजते है। लेकिन प्रशासन की ओर से छट पर्व को लेकर तैयारी अभी अधूरी दिखाई दे रहीं है। यमुना में आई बाढ़ से घाट क्षतिग्रस्त पड़े हैं। नगर निगम ने शुक्रवार से काम शुरू किया है। जबकि छट पर्व से एक हफ्ते पहले ही प्रशासन घाटों की मरम्मत कार्य और साफ-सफाई व्यवस्था करना शुरू कर देता है। बल्केश्वर मंदिर स्थिति टिलेश्वर महादेव मंदिर है। इसी के पास यमुना का पार्वती घाट है, जो क्षतिग्रस्त है। यहां पर छट पर लोग बढ़ी संख्या में लोग छट पूजने के लिए आते है। घाट पर यमुना की रेत जम गई है। पहाड़ी इलाकों में हुई भारी बारिश की वजह से यमुना का जलस्तर अभी कम नहीं हुआ है। 27 और 28 को छठ पर्व है, पर्व के लिए जिला प्रशासन एक हफ्ते पहले ही तैयारी शुरू कर देता है। हर साल यमुना के घाटों पर विकास कार्य कराए जाते है, घाटों की सीढ़ियों की मरम्मत कार्य किए जाते है। साफ-सफाई को लेकर विशेष अभियान चलाया जाता है। लेकिन अब छठ पर्व के दो दिन रह गए है, और नगर निगम ने अभी तक वहा कोई कार्य नहीं कराए है। जहां लोग छठ पूजा करेंगे वहा अभी तक बैरिकेटिंग नहीं हुई है। कोई चेतावनी बोर्ड नहीं लगाया गया है। कुछ ही दिन पहले दुर्गा महोत्सव में आगरा की तहसील खेरागढ़ में बड़ा हादसा हुआ था जिसमे उटंगन नदी में जाने से 11 लोगों की डूब कर मौत हो गई थी।