बरेली पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर एडीएम सिटी सौरभ दुबे की कोर्ट ने कांग्रेस नेता सलीम उर्फ मुन्ना कुरैशी को जिला बदर घोषित किया है। उसके खिलाफ बरेली में कई मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि ऐसे लोग समाज के लिए खतरनाक होते हैं। कांग्रेस नेता सलीम उर्फ मुन्ना कुरैशी का अपने क्षेत्र में आतंक है। वहां की जनता उसके आतंक की वजह से डरी-सहमी रहती है। ऐसे में उसे बरेली में रहने देना कानून-व्यवस्था के लिए भी खतरा माना गया। कांग्रेस नेता पर दर्ज हैं कई मुकदमे सलीम उर्फ मुन्ना कुरैशी शहर का चर्चित नेता है। उसके खिलाफ मारपीट, रंगदारी, जमीनों पर कब्जा, लोगों को डराने-धमकाने जैसे कई मुकदमे दर्ज हैं। उसका लंबा-चौड़ा आपराधिक इतिहास है। यही वजह है कि अगर वह बरेली में रहेगा तो लोगों को परेशान करता रहेगा। उसके आतंक की वजह से लोग इतने डरे रहते हैं कि पुलिस में शिकायत करने से भी कतराते हैं। स्थानीय लोगों की शिकायत पर प्रशासन ने कसा शिकंजा स्थानीय लोगों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और कहा कि कांग्रेस नेता को यह पता न चले कि हमने ही शिकायत की है। पुलिस ने इसकी रिपोर्ट बनाकर प्रशासन को सौंपी। जिसके बाद प्रशासन ने यह कदम उठाया। एडीएम सिटी सौरभ दुबे ने सलीम उर्फ मुन्ना कुरैशी को 6 महीने के लिए जिला बदर घोषित किया है। इस दौरान अगर उसकी कोई कोर्ट में तारीख होगी तो थाने को सूचना देकर ही वह बरेली की सीमा में प्रवेश कर सकेगा। बिना पुलिस को सूचना दिए अगर वह बरेली आया तो पुलिस उसे गिरफ्तार करके जेल भेज देगी। किला थाना क्षेत्र निवासी कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के पूर्व महानगर अध्यक्ष के खिलाफ किला थाने में कई मुकदमे दर्ज हैं। कांग्रेस नेता से पहले सपा छात्रसभा अध्यक्ष पर हुई थी कार्रवाई गौरतलब है कि इससे पहले समाजवादी छात्र सभा के जिलाध्यक्ष अविनाश मिश्रा के खिलाफ पुलिस ने गुंडा एक्ट की कार्रवाई की थी। इसके बाद विपक्षी नेताओं का कहना है कि जानबूझकर विपक्ष के नेताओं पर पुलिस-प्रशासन शिकंजा कस रहा है, ताकि वे आम जनता की आवाज न उठा सकें।