एटा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के विरोध में प्रदर्शन किया। वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यालय का घेराव करने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। यह प्रदर्शन नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी को उच्च न्यायालय से मिली राहत के बाद किया गया। कांग्रेस के शहर अध्यक्ष विनीत पाराशर के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने पूर्व राज्यसभा सांसद सत्या बहन के कार्यालय पर एकत्र होकर भाजपा कार्यालय की ओर पैदल मार्च शुरू किया। इस दौरान उन्होंने ईडी और सीबीआई के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस को सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में बल मौके पर पहुंच गया और कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने से रोक दिया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा पर कांग्रेस नेताओं की छवि खराब करने और ईडी तथा सीबीआई जैसी एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। शहर अध्यक्ष विनीत पाराशर ने बताया कि ईडी ने लगभग दस साल पहले नेशनल हेराल्ड मामले में मुकदमा दर्ज किया था। उनके अनुसार, इसका उद्देश्य केंद्र की मोदी सरकार और अमित शाह के निर्देश पर सोनिया गांधी और राहुल गांधी को फंसाना था। उन्होंने यह भी कहा कि उच्च न्यायालय ने इस मुकदमे को खारिज कर दिया है। इस प्रदर्शन में शहर अध्यक्ष विनीत पाराशर के साथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य ठाकुर अनिल सोलंकी और कांग्रेस पार्टी के सुनील एडवोकेट सहित कई कांग्रेसी कार्यकर्ता शामिल थे।