कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के कॉरिडोर-2 में एक महत्वपूर्ण पड़ाव पूरा हो गया है। टनल बोरिंग मशीन 'गोमती' ने रावतपुर से काकादेव स्टेशन तक 780 मीटर लंबे डाउन-लाइन टनल का निर्माण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इस दौरान मशीन ने टनल में 553 रिंग्स स्थापित की हैं। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने कानपुर में कॉरिडोर-1 और 2 के निर्माणाधीन स्टेशनों का निरीक्षण किया। कॉरिडोर-2 की कुल लंबाई 8.60 किमी है। इसमें से 4.10 किमी का हिस्सा अंडरग्राउंड है। जून 2025 में रावतपुर से कंपनी बाग चौराहा की तरफ कॉरिडोर-2 डिपो रैम्प तक 620 मीटर की अप-लाइन और डाउन-लाइन टनल का काम पूरा हो चुका है। अब काकादेव स्टेशन पर ब्रेकथ्रू के बाद टीबीएम मशीन को स्टेशन के दूसरे छोर तक ड्रैग किया जाएगा। इसके बाद मशीन डबल पुलिया स्टेशन होते हुए डबल पुलिया रैंप तक टनल का निर्माण करेगी। मेट्रो के प्रबंधक निदेशक ने किया मुआयना उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक, सुशील कुमार ने आज निदेशक/वर्क्स एण्ड इंफ्रास्टक्चर, सीपी सिंह निदेशक/रोलिंग स्टॉक, नवीन कुमार निदेशक/ऑपरेशन प्रशांत मिश्रा व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कानपुर मेट्रो के निर्माणाधीन स्टेशनों का दौरा किया। सुशील कुमार ने इस अवसर पर कहा कि, “कानपुर मेट्रो की टीम पूरे समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। कॉरिडोर-1 के बैलेंस सेक्शन एवं कॉरिडोर-2 दोनों में ही कार्य तीव्र गति से चल रहे हैं। सभी विभागों के तालमेल और टीम भावना से परियोजना योजनाबद्ध ढंग से आगे बढ़ रही है। बारादेवी-नौबस्ता एलिवेटेड सेक्शन पर भी स्टेशन और ट्रैक निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। आज ’गोमती’ टीबीएम द्वारा रावतपुर से काकादेव तक टनल निर्माण का पूर्ण होना एक अहम मील का पत्थर है। मुझे विश्वास है कि दोनों कॉरिडोर पर निर्माण कार्यों की यह गति ऐसे ही जारी रहेगी। बता दें कि लगभग 24 किमी लंबे कॉरिडोर-1 (आईआईटी-नौबस्ता) के अंतर्गत कानपुर मेट्रो की यात्री सेवाएं आईआईटी से कानपुर सेंट्रल तक लगभग 16 किमी लंबे रूट पर चल रहीं हैं। कॉरिडोर-1 के बैलेंस सेक्शन (कानपुर सेंट्रल से नौबस्ता) और लगभग 8.60 किमी लंबे समग्र कॉरिडोर-2 (सीएसए-बर्रा 8) का सिविल निर्माण कार्य तेजी बढ़ रहा है।