काशी के करपात्री धाम आश्रम में 4 शिष्यों ने एक महिला के साथ अश्लीलता की। ये सब उसके पति के सामने हुआ, जो 6 महीने पहले इसी आश्रम में रहता था। एक गोशाला में गोपालक हुआ करता था। पति के विरोध करने पर शिष्यों ने उसको भी पीटा। शोर मचाने पर आश्रम के बाकी शिष्य कमरे में पहुंचे और महिला को बचाया। ये पूरा वाकया 14 अक्टूबर को हुआ। इस वारदात के बाद आश्रम ने 4 शिष्यों को निष्कासित कर दिया। दूसरी तरफ, पुलिस ने आश्रम के दबाव में ही चारों शिष्यों का चालान करने के बाद उन्हें छोड़ दिया, जेल नहीं भेजा। महिला ने मजिस्ट्रेट के सामने अपने साथ हुई आपबीती का बयान दर्ज कराया है। इसमें कहा- मेरे साथ रेप का प्रयास हुआ। दैनिक भास्कर टीम करपात्री धाम आश्रम पहुंची। पदाधिकारियों से बातचीत के बाद साजिश और बदले की एक नई कहानी सामने आई। दरअसल, जिन 4 शिष्यों पर पूर्व गोपालक की पत्नी से अश्लीलता और मारपीट करने के आरोप लगे हैं, उन्होंने साजिश के तहत ये सब किया। 6 महीने पहले महिला के पति ने इन शिष्यों को बहुत भला-बुरा कहा था। फिर आश्रम छोड़कर लुधियाना जॉब करने चला गया था। वहां से लौटने पर जब वो वापस आश्रम आया, तब इन शिष्यों को बदला लेने का मौका मिल गया। 3 नवंबर को FIR दर्ज होने के बाद 4 नवंबर को पुलिस सादी वर्दी में आश्रम पहुंची और नए सिरे से पूछताछ की। शिष्यों ने ऐसी साजिश क्यों रची थी? इसकी पीछे की कहानी क्या है? यह जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम भी इस आश्रम में पहुंची... 7 साल पहले गोपालक काशी आया, आश्रम में रहने लगा
आश्रम के पदाधिकारियों से बातचीत के बाद सामने आया कि करपात्री धाम आश्रम में जो कुछ भी हुआ, उस घटना की कहानी 7 साल पहले शुरू होती है। तब हरदोई का रहने वाला युवक काशी में घूमने आया था। यहां करपात्री धाम आश्रम से जुड़ने के बाद उसके अंदर ऐसा सेवा भाव जागा कि यहीं रहने का फैसला कर लिया। कपिलधारा पोखरा के पास गोशाला में जॉब कर ली। आश्रम ने उसको रहने के लिए कमरा भी दिया। इस बीच युवक की शादी हो गई। फिर उसकी पत्नी भी उसके साथ काशी आ गई। इस दौरान सब कुछ ठीक चल रहा था। असल विवाद 6 महीने पहले शुरू हुआ, जब गोपालक पर आश्रम की खरीदारी को लेकर कुछ आरोप लगे। आश्रम के प्रबंधन ने तय किया कि गोपालक अब यहां नहीं रह सकता, उसको आश्रम छोड़ना होगा। आश्रम से जाने से पहले गोपालक का 4 शिष्यों से झगड़ा हो गया। इन शिष्यों के नाम राहुल, राज, शुभम और शिवम हैं। लुधियाना में रहने के दौरान भी आश्रम से जुड़ा रहा
आश्रम के लोगों के मुताबिक, उस दिन गोपालक ने चारों शिष्यों को पूरे आश्रम के सामने बहुत भला-बुरा कहा। फिर वो आश्रम छोड़कर पंजाब के लुधियाना चला गया। वाराणसी में उसने एक कमरा भी किराए पर ले रखा था, जहां उसका परिवार रहता था। लुधियाना की एक होजरी में उसने नौकरी शुरू कर दी, लेकिन वह आश्रम से जुड़ा रहा। युवक आश्रम में महंत का आशीर्वाद लेने पहुंचा
14 अक्टूबर को वो पत्नी के साथ वाराणसी आया, तो आश्रम भी पहुंचा। यहां मुख्य महंत का आशीर्वाद लिया। महंत की इजाजत के बाद आश्रम के मंदिर में दर्शन किए और पुराने लोगों से मुलाकात करने लगा। 2 साल पहले जिन युवकों से उसका झगड़ा हुआ वो भी सामने पड़ गए, तो चारों ने तल्ख टिप्पणी कर दी। इसके बाद पत्नी के साथ युवक आश्रम के ऊपर वाली मंजिल पर चला गया। आरोप है कि चारों युवक उनके कमरे में घुस आए। इन लोगों ने पति के सामने ही छेड़खानी और अश्लील हरकत की। जब पति ने विरोध किया, तो चारों ने पहले पति को पीटा, फिर महिला को खींचकर दूसरे कमरे में ले गए। महिला ने शोर मचाया, तो आश्रम के लोग आ गए और उसे बचाया। गोपालक को आश्रम के प्रबंधन ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने उसी दिन भेलूपुर थाना पुलिस को शिकायत सौंप दी। लेकिन, पुलिस ने कुछ एक्शन नहीं लिया। महिला ने कहा कि आश्रम के दबाव में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। पुजारी बोले- हमने शिष्यों को बाहर निकाला, पुलिस अपना काम कर रही
करपात्री आश्रम मंदिर के पुजारी अनिरुद्ध शर्मा कहते हैं- मंदिर में जो अश्लीलता और विवाद हुआ, वह पुरानी लड़ाई का बदला लेने का मामला है। मठ की दूसरी मंजिल पर मौजूद राहुल, राज, शुभम, शिवम, एक अन्य साथी ने महिला और उसके पति से झगड़ा किया। पति के सामने ही छेड़खानी और अश्लील हरकत की शिकायत आई थी। ये सभी आरोपी मंदिर के शिष्य थे, जो लंबे समय से रह रहे थे। अब आश्रम ने उन सभी को निकाल दिया है। बाकी पुलिस अपना काम कर रही है। वहीं, करपात्री धाम आश्रम के महंत सर्वेश्वर महाराज कहते हैं- सिर्फ मारपीट का मामला सामने आया था। आरोपियों को आश्रम से हटा दिया गया है। दंपती परिचित हैं। आश्रम में रेप जैसा कोई मामला सामने नहीं आया था। छेड़छाड़ के आरोप की पुलिस जांच कर रही है। अब पुलिस की बात जानिए भेलूपुर ACP गौरव कुमार कहते हैं- महिला का पति आश्रम में गोशाला में काम करता था। 4 महीने पहले उसे निकाल दिया गया था। मामले में 14 अक्टूबर को केस दर्ज कर आरोपियों का चालान किया गया था। महिला ने अदालत में रेप की बात कही है। जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। ---------------------------- ये खबर भी पढ़ें - प्रयागराज में किन्नरों ने तलवारें लहराईं, ममता कुलकर्णी से नाराज टीना मां ने नया अखाड़ा बनाया किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर टीना मां अब 'सनातनी किन्नर अखाड़े' की आचार्य महामंडलेश्वर बन गईं हैं। चर्चा है कि ममता कुलकर्णी के किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद से वह नाराज चल रही थीं। पढ़िए पूरी खबर...