बदायूं के बिल्सी थाने में कोर्ट के आदेश के बाद हत्या का मामला दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई तब हुई जब कोर्ट ने थाना प्रभारी मनोज कुमार को व्यक्तिगत रूप से तलब किया। पुलिस पर पहले कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई न करने का आरोप था। मामला बिल्सी निवासी नरेशपाल की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत से जुड़ा है। उनकी बेटी सोनी का आरोप है कि 6 अगस्त 2025 को उनके ताऊ सुरेंद्र सिंह ने संपत्ति हड़पने के इरादे से पिता को धीमा जहर देकर हत्या करने का आरोप है। घटना के समय नरेश की पत्नी राजकुमारी अपनी बेटी की ससुराल में थीं। सोनी का आरोप है कि सुरेंद्र सिंह और अन्य ने नरेशपाल का अंतिम संस्कार चोरी-छिपे कर दिया और परिवार को इसकी जानकारी नहीं दी। उन्हें अगले दिन स्थानीय लोगों से पिता की मौत की खबर मिली। सोनी ने पुलिस से शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद सोनी ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए 19 सितंबर 2025 को बिल्सी थाना पुलिस को आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच करने का आदेश दिया। हालांकि, पुलिस ने 27 सितंबर तक मुकदमा दर्ज नहीं किया। सोनी ने दोबारा कोर्ट को स्थिति से अवगत कराया। थाना प्रभारी मनोज कुमार सिंह ने तब कहा था कि कोर्ट का आदेश थाने तक नहीं पहुंचा है। इस पर कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए 3 अक्टूबर को एसएचओ को तलब किया। इसके बाद पुलिस को आदेश प्राप्त हुआ और सुरेंद्र सिंह, उनकी पत्नी संतोष कुमारी उर्फ मुन्नी, बेटे मोनू ठाकुर उर्फ नितिन कुमार सिंह और सोनू सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया।