उन्नाव में गंगा नदी के किनारे स्थित शुक्लागंज के रविदास नगर और आसपास के क्षेत्रों में कटान की समस्या से निपटने के लिए सिंचाई विभाग ने कार्य शुरू कर दिया है। बरसात से पहले मर्जिनल बांध का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। सिंचाई विभाग ने आधुनिक जियो ट्यूब तकनीक का उपयोग करते हुए अब तक सात ट्यूब स्थापित किए हैं। आठवें ट्यूब की स्थापना का काम चल रहा है। किनारों पर जियो बैग भी बिछाए जा रहे हैं। ये बैग जलस्तर बढ़ने पर कटान को रोकने में मदद करेंगे। प्रत्येक साल बरसात के मौसम में गंगा का जलस्तर बढ़ने से शुक्लागंज के रविदास नगर, संग्राम खेड़ा, गंगाघाट और रामनगर में कटान की समस्या उत्पन्न होती है। इससे हजारों लोगों की जान-माल को खतरा होता है। पिछले कुछ वर्षों में कटान के कारण कई घर और जमीनें नदी में समा गई हैं। बारिश से पहले पूरा होगा काम
अवर अभियंता के अनुसार, जियो बैग पानी के तेज बहाव में मिट्टी को कटने से बचाते हैं और तटबंध को मजबूत बनाते हैं। यह तकनीक पानी की दिशा को नियंत्रित करने में भी सहायक है। जियो ट्यूब तकनीक में रेत और सीमेंट से भरे बड़े ट्यूब विशेष तरीके से किनारों पर लगाए जाते हैं। ये ट्यूब पानी का तेज दबाव सहन कर सकते हैं। विभाग का कहना है कि बरसात से पहले यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा। डर के साए में जीते हैं लोग
स्थानीय निवासियों ने निर्माण कार्य की प्रगति पर संतोष जताया है। रविदास नगर के निवासी रामशंकर का कहना है कि हर साल लोग डर के साए में जीते हैं, लेकिन इस बार लग रहा है कि प्रशासन और विभाग इस समस्या को गंभीरता से ले रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि काम की गुणवत्ता से कोई समझौता न हो और समय पर इसे पूरा किया जाए। दो सप्ताह का रखा लक्ष्य
सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता ने बताया कि मौसम को ध्यान में रखते हुए बांध निर्माण कार्य को दो सप्ताह में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। अधिकारी नियमित निरीक्षण कर रहे हैं और काम की गति बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। विभाग का प्रयास है कि इस बार बाढ़ से पहले सारी तैयारियां पूरी कर ली जाएं और लोगों को सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराया जा सके।