एक अरसे से ठप पड़ी गोमती रिवर फ्रंट परियोजना को आखिरकार फिर से जीवनदान मिल गया है। सीबीआई जांच के चलते जो सुंदरीकरण अधूरा रह गया था, उसे अब दोबारा शुरू करने की मंजूरी मिल चुकी है। मरीन ड्राइव स्थित एसपी ऑफिस से लेकर पिपरा घाट तक के किनारे अब फिर से चमकेंगे। आवास विकास परिषद ने अवस्थापना निधि से करीब 11 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई है। इस बजट से बुनियादी ढांचा तैयार किया जाएगा, जबकि सौंदर्यीकरण का जिम्मा लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) को सौंपा गया है। बनेगा भव्य पार्क, बच्चों और बड़ों दोनों के लिए खास रिवर फ्रंट के सुंदरीकरण के तहत एक बड़ा और बहुउपयोगी सार्वजनिक पार्क तैयार किया जाएगा। लगभग एक किलोमीटर के क्षेत्र में बनने वाले इस पार्क में बच्चों के लिए अत्याधुनिक झूले और खेल उपकरण, जबकि बड़ों के लिए मनोरंजन और विश्राम की सुविधाएं होंगी। यहां सिंथेटिक जॉगिंग ट्रैक, वॉकिंग पाथवे और आकर्षक फूड कोर्ट भी होंगे, जिससे यह जगह लखनऊवासियों के लिए एक नया और आकर्षक पिकनिक स्पॉट बन सके। सुरक्षा पर भी रहेगा खास फोकस फिलहाल गोमती किनारों पर रेलगार्ड न होने से गिरने का खतरा बना रहता है। इसे देखते हुए अब वहां मजबूत और कलात्मक रेलिंग लगाने की तैयारी है। इससे न केवल सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि सौंदर्यीकरण को भी नया आयाम मिलेगा। फाउंटेन अभी भी अटका, सीबीआई से नहीं मिली हरी झंडी रिवर फ्रंट को सजाने के लिए 2016 में मंगाया गया म्यूजिकल फाउंटेन अब भी कंटेनर में बंद है। 2017 में सीबीआई जांच शुरू होने के बाद इसकी इंस्टॉलेशन पर रोक लग गई थी। इस बार भी सीबीआई ने फाउंटेन लगाने की इजाजत नहीं दी है। लंबे समय से बंद रहने के कारण उसकी मशीनें भी खराब हो चुकी हैं।