गोरखपुर में न्यू ईयर और विंटर वेकेशन से पहले डॉग हॉस्टल में बुकिंग शुरू हो चुकी है। तमाम लोगों ने न्यू ईयर सेलिब्रेशन या फिर विंटर वेकेशन में घूमने के लिए बुकिंग भी करा ली है। ऐसे में पालतू कुत्तों के मालिकों कुछ दिनों के लिए अपने कुत्तों को कहीं रखने के लिए सुरक्षित स्थान की तलाश है, इसीलिए शहर के डॉग हॉस्टल में पहले से ही बुकिंग कराना शुरू कर दिए हैं। वहीं शादियों के सीजन के वजह से भी तमाम लोग अपने पालतू कुत्तों को बोर्डिंग भेज रहे हैं। पालतू कुत्तों के हॉस्टल चलने से मालिकों को काफी ज्यादा राहत मिल रही है। अब कुछ दिनों या फिर लंबे टूर पर बाहर जाने से पहले उन्हें इस बात की चिंता नहीं करनी पड़ती कि उनके पेट का ख्याल कौन रखेगा। जितने दिनों तक वे घर से बाहर रहते, उतने दिनों के लिए अपने पालतू कुत्तों को हॉस्टल भेज देते। जहां पर उनका अच्छे से ख्याल रखा जाता है। पादरी बाजार स्थित गोल्डन वेली डॉग बोर्डिंग एंड हॉस्टल के ओनर मनीष बताते हैं कि दिसंबर और जनवरी में हॉस्टल काफी फुल हो जाता है। करा रहे प्री-बुकिंग
मनीष ने बताया- लोग पहले से ही बुकिंग कराने लगते हैं। इन दोनों महीने में न्यू ईयर और विंटर वेकेशन की वजह से लोग अपने पेट को यहां छोड़कर जाते हैं। उसके अलावा शादियों के सीजन में भी हॉस्टल की डिमांड बढ़ जाती है। जब लोग परिवार के साथ किसी रिश्तेदार के घर शादी में जाते हैं। हमारी टीम उनका ख्याल रखती है। खाने, घूमने, खेलने और मेडिकल हर तरह कि सुविधा दी जाती है। उन्होंने बताया- मालिकों के रिक्वायरमेंट के हिसाब से कुत्तों को गर्मी में एसी, कूलर और ठंड में हीटर की सुविधा भी प्रोवाइड करवाई जाती है। वहीं हॉस्टल में कुत्तों के ब्रीड के हिसाब से उनका डाइट फिक्स होता है। ठंड में नॉनवेज करते ज्यादा प्रिफर मनीष ने बताया- जैसे-जैसे ठंड बढ़ रही है, उस हिसाब से हम कुत्तों के डाइट में ज्यादा से ज्यादा से नॉनवेज ही रखते हैं। उसमें अंडा और चिकन शामिल है।कुत्ते के नस्ल के हिसाब से उन्हें खाना दिया जाता है। एक समय पर 1 से 3 अंडे ही दे सकते हैं। इसके अलावा उन्हें दूध रोटी भी दी जाती है। वहीं किसी किसी मालिकों के डिमांड के हिसाब के उनके स्पेशल डाइट को ही फॉलो करते हैं। जिसमें कोई भी कॉमर्शियल डॉग फूड और प्रोटीन रिच या उनका कोई पसंदीदा खाना खिलाया जाता है। फिटनेस के कराई जाती एक्टिविटी मनीष का कहना है कि हॉस्टल में आने के बाद कुत्तों का जगह बदला रहता है। नए लोगों के साथ रहना पड़ता है। ऐसे उनके हैप्पीनेस का खास ख्याल रखना पड़ता है। इसलिए हमारी टीम उनके साथ फुटबाल खेलती है, जिससे वे काफी फुर्तीले हो जाते हैं और उनका फिटनेस भी सही रहता है। सिवान से आते कस्टमर्स मनीष ने बताया कि शहर के 100 किलोमीटर के आसपास के साथ बिहार सिवान से भी कस्टमर्स हमारे हॉस्टल में अपने कुत्तों को कुछ दिनों के लिए छोड़ जाते हैं। उन्होंने बताया कि अभी हमारे पास पोमेरेनियन, लैब्राडोर और इंडियन ब्रीड के कुल 5 पांच कुत्ते हैं। जिनमें से एक सिवान और बाकी चार गोरखपुर के कस्टमर्स के हैं। 500 से 800 तक पर डे की फीस
मनीष बताते हैं कि हॉस्टल में एक दिन के लिए 500 से 800 रुपए तक चार्ज किया जाता है। यह रेट उनके साइज और ब्रीड के हिसाब से तय होती है। वहीं किसी को एसी, कूलर या हीटर के इस्तेमाल के लिए अलग से चार्ज किया जाता है।