गोरखपुर के मारवाड़ी युवा मंच गोरखपुर और सहयोगी संस्था राजस्थान सेवा समिति की ओर से एक बेहद ही सराहनीय सामाजिक काम किया जा रहा है। इस संस्था की ओर से लगभग 350 लोगों को आर्टिफिशियल पैर लगवाया जा रहा है। जो लोग किसी दुर्घटना में या किसी भी वज़ह से अपने पैर खो चुके थे आज उनको फ्री में दोनों पैरों पर खड़ा किया जा रहा है। इसके लिए तीन दिवसीय शिविर का आयोजन सिविल लाइंस स्थित गोकुल अतिथि भवन में किया गया है। 9 सितंबर तक चलेगी शिविर
आयोजक मानस ने बताया है - हमने इस शिविर का आयोजन 7 सितंबर से 9 सितंबर तक की है। इस दौरान रोज लोगों का पैर लगवाया जा रहा है। 250 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कारवाई थी। लेकिन हमारा लक्ष्य 350 लोगों को इसका लाभ देना है। उन लोगों के चहरे पर खुशी लानी है जिन्होंने अपने एक अंग खो दिया और फिर से ठीक होने की उम्मीद छोड़ दी थी। हमारी संस्था उनके लिए एक उम्मीद बनी है। य़ह काम करके हमे बहुत खुशी होती है। शिविर में आए लाभार्थियों के लिए रहने और खाने की भी व्यवस्था की गई है। 100 किलोमीटर के क्षेत्र से आ रहे लोग शाखा अध्यक्ष मयंक अग्रवाल ने बताया- हमने पिछले दो महीने से इस शिविर की जानकारी दूर दूर तक फैलाई। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसका फायदा मिल सके। नतीज़ा य़ह है कि गोरखपुर के 100 किलोमीटर के क्षेत्र देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज, निचलौल, बस्ती, गोला बाजार, खजनी, गोपालगंज, शिकरीगंज और अन्य समेत शहर के तमाम लोगों ने रजिस्ट्रेशन कारवाई है और शिविर तक पहुंच भी रहे हैं। जिनका कृत्रिम पैर प्रत्यारोपण किया जा रहा है। सिलीगुड़ी से आई विशेषज्ञों की टीम
कार्यक्रम संयोजक पवन गोयनका ने बताया- इस कार्यक्रम में पैर बनाने वाली विशेषज्ञ टीम सिलीगुड़ी से बुलाई गयी है , जो यहीं रुककर आर्टिफिशियल पैर तैयार करेगी और 09 सितम्बर को लाभार्थियों को प्रत्यारोपित करेगी। यह शिविर दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने का एक सशक्त प्रयास है।
इस आयोजन की संचालन समिति में कोषाध्यक्ष रजत लाठ, उपाध्यक्ष दुर्गेश बजाज, संचित,भालोटिया ,अंकित पोद्दार, अभिषेक खाटूवाला, आकाश अग्रवाल, अभिषेक केडिया, मानस खेतान, विकास बैरोलीया, कमलेश मोदी, नीलेश अग्रवाल, प्रानेश बंसल, मनीष मित्तल, नीरज जालान, अनुप जालान, विक्रम रुंगटा, सहित बड़ी संख्या में युवा सदस्य सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।