भास्कर न्यूज | फतेहपुर फतेहपुर अंचल सभागार में सोमवार को ग्राम प्रधानों की बैठक की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्राम प्रधान संगठन फतेहपुर के अध्यक्ष सदानंद प्रसाद यादव ने की। जिसमें अंचल क्षेत्र के विभिन्न मौजों के कुल 40 ग्राम प्रधान उपस्थित रहे। बैठक को संबोधित करते हुए जिला से पहुंचे सुनील हेंब्रम ने कहा कि ग्राम प्रधान अपने हक और अधिकारों के प्रति सजग रहें। उन्होंने कहा कि बरसों से लंबित पेसा कानून की मांग के पूरा होने के बाद ग्राम प्रधानों को कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी। ग्राम प्रधान गांव की सरकार होते हैं, इसलिए जन्म-मृत्यु, विवाह, विवाद निपटारा, कुल परिवारों एवं रैयतों का आंकड़ा सुरक्षित रखने के लिए संधारित्र रजिस्टर अनिवार्य है। ग्राम सभा का रजिस्टर भी उनके पास होना चाहिए। साथ ही, ग्राम कोष बनाने पर जोर दिया गया जो गांव की संपत्ति के रूप में कार्य करेगा। श्री हेंब्रम ने सभी प्रधानों से इन नियमों और तौर-तरीकों को अपनाने का संकल्प लेने का आह्वान किया। प्रखंड सचिव उत्पल कुमार मंडल ने कहा कि प्रखंड स्तरीय बैठक या कार्यशालाओं में सभी ग्राम प्रधानों को आमंत्रित किया जाए, ताकि वे सरकारी योजनाओं की जानकारी अपने गांव तक पहुंचा सकें। बैठक की अध्यक्षता कर रहे सदानंद प्रसाद यादव ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारी समस्याओं को सुनने और हमें प्रोत्साहित करने के लिए वरीय अंचलाधिकारी बैठक में शायद ही शामिल होते हैं। उन्होंने अंचलाधिकारी से नियमित रूप से बैठकों में उपस्थित रहने का अनुरोध किया। अंत में शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उपस्थित सभी ग्राम प्रधानों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण किया और दो मिनट का मौन धारण किया। सभा का माहौल श्रद्धा और संकल्प से परिपूर्ण रहा।