चंदौली जिले के पीडीडीयू नगर में स्मार्ट मीटर के विरोध में रविवार को एक बैठक आयोजित की गई। नागरिकों ने आरोप लगाया कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली का बिल छह गुना तक बढ़ गया है। उपभोक्ताओं का कहना है कि बिजली विभाग के अधिकारी इस जानकारी के बावजूद अनजान बने हुए हैं। बैठक की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता संतोष कुमार पाठक ने बिजली विभाग को 'सबसे बड़ा लुटेरा विभाग' बताया। उन्होंने कहा कि पहले से ही बढ़ा-चढ़ाकर बिल वसूला जाता था, अब स्मार्ट मीटर लगाकर चार से छह गुना ज्यादा बिल वसूला जा रहा है। पाठक ने स्पष्ट किया कि यदि कोई उपभोक्ता नियमित रूप से बिल जमा कर रहा है, उस पर कोई बकाया नहीं है और उसका इलेक्ट्रिक मीटर ठीक है, तो उसे स्मार्ट मीटर लगवाने की कोई कानूनी बाध्यता नहीं है। उन्होंने बताया कि कानून के अनुसार, उपभोक्ता की लिखित सहमति के बिना जबरन स्मार्ट मीटर नहीं लगाया जा सकता। अधिवक्ता पाठक ने आरोप लगाया कि विद्युत विभाग पुलिस के साथ उपभोक्ताओं के घरों पर पहुंचकर जबरदस्ती स्मार्ट मीटर लगवा रहा है। उन्होंने इस 'लूट' में बिजली विभाग के अधिकारियों से लेकर ऊर्जा मंत्रालय और सरकारों की भी संलिप्तता का आरोप लगाया। पाठक ने उपभोक्ताओं को सलाह दी कि यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी जबरदस्ती स्मार्ट मीटर लगाता है, तो उसके खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज कराएं। इस बैठक में अभिषेक पाठक, जनार्दन यादव, तारकेश्वर चौबे, धर्मेंद्र कुमार सिंह, प्रकाश वार्ष्णेय, संतोष यादव, बहादुर चौहान, नियाज अहमद और ज्ञान पांडेय सहित कई लोग उपस्थित रहे।