जालौन जिले के उरई कोतवाली क्षेत्र की राजेंद्र नगर चौकी के अंतर्गत पुलिस की कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा करने वाला मामला सामने आया है। चौकी पर तैनात उपनिरीक्षक राम शंकर तिवारी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह महिला और उसके परिजनों से गाली-गलौज करते हुए जूतों से मारते और दबंग पक्ष के समर्थन में खुलेआम धमकाते नजर आ रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, राजेंद्र नगर इलाके में दो पक्षों के बीच मकान पर कब्जे को लेकर विवाद चल रहा है। इसी विवाद में राजेंद्र नगर चौकी के दरोगा राम शंकर तिवारी दबंग के पक्ष में साथ देने पहुंचा। पीड़ित परिवार का आरोप है कि दरोगा ने दबंगों के इशारे पर महिला के परिजनों को न सिर्फ अपशब्द कहे बल्कि जूतों से मारपीट तक की धमकी दी। यही नहीं, उसने पीड़िता के परिजनों को फर्जी मुकदमों में फंसाने की भी धमकी दी। पूरी घटना नजदीकी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसका वीडियो अब वायरल हो चुका है। पहले भी दबंगई में था शामिल पीड़ित परिवार का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब दरोगा ने वर्दी का गलत इस्तेमाल किया। महज दो दिन पहले दरोगा राम शंकर तिवारी की शह पर दबंग लोगों ने जबरन महिला के मकान में सामान रखने और कब्जा करने की कोशिश की, उस दौरान भी महिला की दबंगों से बेरहमी से पिटाई कराई गई थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वर्दी की आड़ में दबंगों का समर्थन स्थानीय लोगों का आरोप है कि चौकी इंचार्ज खुलेआम दबंगई करने वालों के साथ खड़े दिखाई देते हैं। पीड़ित महिला का कहना है कि जब भी उसने शिकायत की, पुलिस ने कार्रवाई करने के बजाय उसे ही डरा-धमकाकर चुप कराने की कोशिश की। सीसीटीवी में कैद घटना से लोगों में आक्रोश है और अब सवाल उठ रहे हैं कि आखिर वर्दी पहनकर जनता की सुरक्षा का जिम्मा लेने वाले दरोगा ही जब डराने और पीटने लगें, तो आम आदमी कहां न्याय की उम्मीद करे। उच्चाधिकारियों से शिकायत पीड़ित पक्ष ने अब इस पूरे मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक समेत अन्य उच्चाधिकारियों से की है। साथ ही मांग की है कि दरोगा को निलंबित कर उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई पुलिसकर्मी वर्दी की आड़ में आम जनता पर अत्याचार करने की हिम्मत न जुटा सके।फिलहाल, मामला सोशल मीडिया पर तेजी से चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग पुलिस विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठा रहे हैं।