हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब ने संभल पुलिस के शिकंजे के बाद एफआईआर दर्ज कराने वाले 50 पीड़ितों से संपर्क किया है। कुल 32 एफआईआर और लुकआउट नोटिस जारी होने के बाद यह कार्रवाई हुई। अब तक आठ पीड़ितों को उनके निवेश किए गए पैसे वापस मिल चुके हैं, हालांकि पुलिस को अभी तक आरोपी या पीड़ित पक्ष से कोई शपथ पत्र प्राप्त नहीं हुआ है। संभल की थाना रायसत्ती पुलिस ने आईपीएस सीओ संभल आलोक भाटी की जांच के बाद अगस्त माह में पहली एफआईआर दर्ज की थी। इसके बाद कुल 32 एफआईआर दर्ज की गईं, जिनमें पहली रिपोर्ट में 18 पीड़ितों को एक साथ शामिल किया गया था। 12 अक्टूबर को जावेद हबीब के वकील लखनऊ से संभल पहुंचे और थाना पुलिस से संपर्क कर दस्तावेज सौंपे। मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट में भी पहुंचा था, लेकिन जावेद हबीब के वकील और प्रतिनिधियों ने पीड़ितों से बातचीत कर पैसे लौटाने का वादा किया। पीड़ित मोहम्मद हिलाल और अलबीना सहित तीन लोगों को दो लाख रुपए दिए गए थे। अब पांच और पीड़ितों को भी पैसे लौटा दिए गए हैं, जिससे कुल आठ पीड़ितों को भुगतान हो चुका है। हालांकि, पीड़ित और आरोपी पक्ष की ओर से पुलिस को अभी तक कोई शपथ पत्र नहीं दिया गया है। अगले 15 दिनों में सभी पीड़ितों को पैसे लौटाकर एक साथ शपथ पत्र देने की बात सामने आई है।यह मामला एफएलसी ग्लोबल कंपनी में 200 से अधिक लोगों से 5 से 7 करोड़ रुपये की ठगी से जुड़ा है। इस धोखाधड़ी के बाद जावेद हबीब के बेटे अनोस हबीब और संभल निवासी सैफुल गायब हो गए थे। थानाध्यक्ष बोविंद्र कुमार ने बताया- जावेद हबीब या उनके किसी प्रतिनिधि की ओर से अभी तक पैसे लौटाने का कोई शपथ पत्र नहीं दिया गया है। पीड़ित पक्ष की ओर से भी ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली है। उनके संज्ञान में केवल इतना आया है कि जिन लोगों की एफआईआर दर्ज हुई है, उन सभी से संपर्क कर लिया गया है। उनके निवेश की विस्तृत जानकारी ली गई है। पहले तीन लोगों को पैसे लौटाने की बात सामने आई थी, जो अब बढ़कर आठ लोगों तक पहुंच गई है।