जौनपुर जिले के जिला महिला अस्पताल पर एक मुस्लिम महिला का इलाज न करने का आरोप लगा है। यह मामला तब सामने आया जब घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।चंदवक थाना क्षेत्र के बीरी बारी गांव निवासी 27 वर्षीय शमा परवीन, पत्नी अरमान शाह, ने आरोप लगाया है कि प्रसव पीड़ा होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस दौरान अस्पताल कर्मचारियों की लापरवाही और भेदभावपूर्ण व्यवहार के कारण उन्हें परेशानी झेलनी पड़ी।शमा परवीन के अनुसार, एक महिला चिकित्सक के साथ मौजूद कर्मचारी ने उनके साथ अमानवीय और भेदभावपूर्ण व्यवहार किया। उन्होंने मुस्लिम होने के कारण उनका इलाज करने से इनकार कर दिया। वीडियो वायरल होने के बाद भी जिला महिला अस्पताल में कोई भी चिकित्सक उनकी सामान्य डिलीवरी कराने को तैयार नहीं हुआ और उन्हें डराया भी गया।इसके बाद, शमा परवीन के पति अरमान शाह ने अपनी पत्नी को जिला महिला अस्पताल से नौपेड़वां सीएचसी में भर्ती कराया। वहां एक सरकारी चिकित्सक ने उनकी सामान्य डिलीवरी करवाई और उन्होंने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया।इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. लक्ष्मी सिंह ने बताया कि उन्हें मीडिया के माध्यम से घटना की जानकारी मिली है। उन्होंने इसे 'निंदनीय' बताते हुए कहा कि 21वीं सदी में किसी महिला डॉक्टर द्वारा ऐसा व्यवहार करना अविश्वसनीय है। उन्होंने जोर दिया कि डॉक्टरों को इंसानियत के नाते इलाज करना चाहिए, न कि जाति या धर्म देखकर।सीएमओ डॉ. लक्ष्मी सिंह ने आगे बताया कि इस विषय में एक जांच बैठा दी गई है। सीएमएस डॉ. महेंद्र गुप्ता ने जांच शुरू कर दी है और जो भी इसमें दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ शासन को कार्रवाई के लिए भेजा जाएगा।