जौनपुर के शाहगंज में एक मामूली कहासुनी ने एक परिवार की खुशियां छीन ली। 10 वर्षीय अयान को 18 जुलाई को गोली मार दी गई थी। छह दिन तक वाराणसी के अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करने के बाद गुरुवार को उसने दम तोड़ दिया। घटना उसरहटा गांव निवासी अफजल के बेटे अयान के साथ हुई। वह अपने मामा अतिकुर्रहमान के साथ मिल्लत नगर अपने ननिहाल आया था। 18 जुलाई को वह मोहल्ले के फैजान के घर गया था। वहां अरंद गांव निवासी आदिल अपने साथियों के साथ मौजूद था। किसी बात पर कहासुनी हो गई और गुस्से में आदिल ने अयान पर गोली चला दी। गोली लगते ही अयान लहूलुहान होकर गिर पड़ा। मोहल्ले में अफरा-तफरी मच गई। परिजन तुरंत मौके पर पहुंचे। घायल अयान को पहले शाहगंज अस्पताल लाया गया। वहां से उसे गंभीर हालत में वाराणसी रेफर कर दिया गया। वाराणसी के अस्पताल में अयान को आईसीयू में रखा गया था। डॉक्टरों की टीम लगातार उसकी जान बचाने की कोशिश कर रही थी। लेकिन सभी प्रयासों के बावजूद गुरुवार को उसकी मौत हो गई। शव पहुंचते ही गांव में सन्नाटा छा गया। पहले पुलिस ने आदिल, फैजान और तीन अज्ञात के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया था। अब धारा 302 में केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। क्षेत्राधिकारी अजीत सिंह चौहान के अनुसार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है। अयान दो भाइयों में सबसे छोटा था। परिवार वालों ने बताया कि वह बहुत चंचल और प्यारा था। उसकी हंसी और शरारतें अब सिर्फ यादें बनकर रह गई हैं।