संभल में ठंड से बचाव के लिए खाट के नीचे जलाई गई आग की चिंगारी से एक चार माह का बच्चा झुलस गया। घटना के समय बच्चे के माता-पिता घर पर नहीं थे। पड़ोसियों ने कमरे का दरवाजा तोड़कर बच्चे को बाहर निकाला और कपड़ों में लगी आग बुझाई। प्राथमिक उपचार के बाद बच्चे को मुरादाबाद रेफर कर दिया गया है। इस घटना में घर में रखे 20,000 रुपये भी जलकर राख हो गए। यह घटना गुरुवार दोपहर करीब 2 बजे संभल कोतवाली क्षेत्र के बहजोई रोड स्थित मोहल्ला लाड़म सराय में हुई। राजेश मजदूरी करता है और घटना के समय काम पर गया हुआ था। उसकी पत्नी विमलेश और सास हरनंदी, जो अमरोहा के आदमपुर गांव की निवासी हैं, घर पर थीं। उनके दो बड़े बेटे कार्तिक और प्रिंस घर के बाहर खेल रहे थे। विमलेश पशुओं को चारा डालने गई थी, और इसी दौरान चार माह के बेटे रुद्राक्ष को ठंड से बचाने के लिए खाट के नीचे एक परात में आग रखी हुई थी। खाट के नीचे जल रही आग की चिंगारी से कपड़ों में आग लग गई। देखते ही देखते कमरा धुएं से भर गया। जब धुआं बाहर निकलना शुरू हुआ, तब पड़ोसियों को कमरे में आग लगने की जानकारी हुई। तब तक रुद्राक्ष गंभीर रूप से झुलस चुका था। मोहल्ले के लोगों ने तुरंत बच्चे को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया और घर में लगी आग पर पानी डालकर काबू पाया। पिता राजेश के पास मोबाइल न होने के कारण उन्हें घटना की सूचना नहीं मिल पाई थी। शाम 5:30 बजे जब वह घर लौटे, तब उन्हें पूरी घटना का पता चला, जिसके बाद वह तुरंत बेटे को देखने अस्पताल पहुंचे। बच्चे की नानी हरनंदी ने बताया कि वह कमरे के बाहर खाट पर लेटी थीं, जब उन्होंने अचानक धुआं देखा तो घबरा गईं। स्थानीय निवासी राजकुमार ने बताया कि सड़क से धुआं निकलता देख वे दौड़कर आए थे। आग पर करीब एक घंटे में काबू पा लिया गया था। दमकल विभाग को इस घटना की सूचना नहीं दी गई थी।