यूपी 112 रिस्पांस टाइम में कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर का दबदबा कायम है। बुधवार को जारी सितंबर माह की सूची में कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर ने उत्तर प्रदेश में दूसरी रैंक हासिल की है। इसके मुताबिक, जिले में पीड़ितों तक त्वरित सहायता पहुंचाने में महज तीन मिनट 24 सेकेंड का समय लगा। पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्ध नगर के निर्देशन व डीसीपी यातायात के पर्यवेक्षण में पीआरवी (पुलिस रिस्पॉन्स व्हीकल) वाहनों द्वारा कम समय में जल्द सहायता पहुंचाने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। पीसीआर को रोजाना 900 अधिक सूचनाएं प्राप्त होती हैं। इनको डॉयल 112 की 65 चार पहिया पीआरवी और 48 दोपहिया पीआरवी द्वारा पहुंचकर त्वरित सहायता प्रदान की जाती है। कमिश्नरेट गौतम बुद्धनगर को सितंबर माह में जो सूचनाएं प्राप्त हुई, उनपर पीआरवी द्वारा तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर त्वरित कार्रवाई कर सहायता दी गई। महिला सुरक्षा के दृष्टिगत कमिश्नरेट में छह महिला पीआरवी चलती है और हाईवे पर सुरक्षा एवं त्वरित रिस्पॉन्स के लिए चार पीआरवी ईस्टर्न-पेरिफेरल्स के साथ दो पीआरवी यमुना एक्सप्रेस-वे पर संचालित की जाती है। सितंबर में कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर का औसत रिस्पांस टाइम तीन मिनट 24 सेकेंड रहा। तीन बार मिला पीआरवी ऑफ द डे का खिताब
सितंबर में प्रदेश के यूपी-112 में कमिश्नरेट गौतम बुद्ध नगर ने तीन बार पीआरवी ऑफ डे का खिताब प्राप्त किया है। रिस्पांस टाइम घटाने को लेकर कमिश्नरेट पुलिस कई योजनाओं पर काम कर रही है। त्वरित सहायता पहुंचने से कई बार घायल व्यक्ति को बचा लिया जाता है, तो कई बार अपराध के रोकथाम में भी यह सहायक बनता है। पुलिस कमिश्नर ने यूपी पुलिस की हेल्प लाइन नंबर ''यूपी 112'' के पुलिसकर्मियों को सम्मानित करने की बात कही है. यही नहीं, उन्होंने रिस्पांस टाइम को और कम करने पर जोर दिया है।