भास्कर न्यूज | बलरामपुर स्वतंत्रता दिवस का पर्व हर वर्ष नई ऊर्जा, उत्साह और देशभक्ति की भावना से परिपूर्ण होता है। लेकिन इस बार यह दिन जिले के लिए ऐतिहासिक बन गया। कलेक्टर राजेंद्र कटारा के प्रयास से कोटवार वर्ग को पहली बार स्वतंत्रता दिवस परेड में शामिल होने का अवसर मिला। लंबे समय से कोटवार वर्ग की पहचान ग्रामीण व्यवस्था के आधार स्तंभ के रूप में होती रही है लेकिन इस बार स्वतंत्रता दिवस पर मुख्य समारोह के दौरान कोटवारों ने परेड कर अलग ही पहचान बनाई है। परेड में सुशील बुनकर के नेतृत्व में कोटवार वर्ग ने कदमताल करते हुए परेड किया। उनकी अनुशासित चाल और समर्पित भाव ने यह साबित कर दिया कि यदि अवसर मिले तो यह वर्ग भी अनुशासन, सेवा और देशभक्ति के क्षेत्र में बेहतर कर सकता है। स्वतंत्रता दिवस पर कोटवारों का परेड विशेष आकर्षण बना रहा। कोटवार वर्ग ने कड़ी मेहनत करते हुए अभ्यास कर परेड में बेहतर प्रदर्शन किया। सुशील का कहना है कि पहली बार हमें अपना योगदान को दिखाने का अवसर मिला और पहली ही परेड में मुख्य अतिथि द्वारा कोटवार वर्ग परेड की सराहना करते हुए शील्ड भी दिया गया। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गौरव की बात है। आगे भी अवसर मिलने पर हम अपना बेहतर योगदान देंगे। समाज का कोई भी वर्ग छोटा नहीं होता स्वतंत्रता दिवस पर कलेक्टर कटारा की पहल और सुशील बुनकर के नेतृत्व में कोटवार वर्ग की शानदार प्रस्तुति ने यह संदेश दिया कि समाज का कोई भी वर्ग छोटा नहीं होता, बस उसे पहचान और अवसर देने की जरूरत होती है। कोटवार वर्ग गांवों में सुरक्षा, अन्य कार्यों और प्रशासनिक सहयोग का दायित्व निभाता आया है।