बरेली में एक सेवानिवृत्त नेत्र चिकित्सक की हत्या के प्रयास के मामले में पुलिस ने उनकी पत्नी शिखा सक्सेना और उसके प्रेमी सौरभ सक्सेना को मुख्य आरोपी बनाया है। पुलिस ने सौरभ को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। मामले की मुख्य साजिशकर्ता बताई जा रही डॉक्टर की पत्नी शिखा सक्सेना अभी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस की कई टीमें जुटी हैं। यह घटना सुभाषनगर थाना क्षेत्र में 28 अक्टूबर की रात को हुई थी। सेवानिवृत्त नेत्र चिकित्सक पर उनके घर में ही जानलेवा हमला किया गया। हमलावरों ने डॉक्टर के हाथ बांध दिए थे, लेकिन उन्होंने किसी तरह खुद को छुड़ाकर घर से बाहर निकलकर पड़ोसियों को बुलाया और अपनी जान बचाई। डॉक्टर ने पुलिस को दिए अपने बयान में पत्नी शिखा सक्सेना और उसके प्रेमी सौरभ सक्सेना पर हत्या के प्रयास का आरोप लगाया था। पुलिस ने घटनास्थल से रस्सी, टेप समेत कई महत्वपूर्ण सबूत बरामद किए थे। थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार के अनुसार, आरोपी सौरभ ने शुरुआती पूछताछ में खुद को निर्दोष बताया। हालांकि, जब उसे सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूत दिखाए गए, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। सौरभ ने पुलिस को बताया कि उसका डॉक्टर की पत्नी शिखा से प्रेम संबंध था और शिखा ही इस पूरे षड्यंत्र की मुख्य साजिशकर्ता थी। सौरभ ने यह भी बताया कि डॉक्टर को लंबे समय से उनके संबंधों की जानकारी थी। डॉक्टर के सेवानिवृत्त होने के बाद वे अधिकतर समय घर पर रहने लगे, जिससे शिखा की आवाजाही पर प्रतिबंध लग गया था। सौरभ के मुताबिक, डॉक्टर ने पत्नी को पैसे देना भी बंद कर दिया था, जिससे शिखा नाराज थी और उसने पति को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। घटना की रात शिखा ने डॉक्टर को दूध में नशीला पदार्थ मिलाकर दिया और फिर सौरभ को घर में बुलाया। हालांकि, डॉक्टर को अधिक नशा हो जाने के कारण सौरभ हत्या को अंजाम नहीं दे सका और मौके से भाग निकला। इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार ने जानकारी दी कि डॉक्टर की पत्नी शिखा सक्सेना की तलाश में टीमें गठित कर दी गई हैं। पुलिस का कहना है कि उसे जल्द ही गिरफ्तार कर मामले की पूरी सच्चाई सामने लाई जाएगी।