गोंडा जिले में दीपावली का त्योहार देर रात 1 बजे तक बड़ी से धूमधाम से मनाया गया है। लोगों ने अपने घरों में मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर घरों को रंग-बिरंगी लाइटों, दीयों और मोमबत्तियों से सजाया गया था। इस बार लोगों के घरों पर स्वदेशी दीपक ज्यादा दिखाई दे रहे थे। त्योहार के दौरान लोगों ने नए कपड़े पहने और एक-दूसरे को मिठाइयां खिलाईं। बच्चों और बड़ों ने जमकर रंग-बिरंगे पटाखे जलाए और आतिशबाजी की जिससे देर रात तक आसमान जगमगाता रहा। महिलाओं और लड़कियों ने अपने घरों में सुंदर रंगोलियां बनाकर उन पर दीप प्रज्वलित किए है।
तस्वीरों में देखिए रोशनी... जिले के सभी प्रसिद्ध भगवान शंकर और माता जी के मंदिरों को भी विशेष रूप से सजाया गया था, जहां श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक दीपावली मनाई। हालांकि, इस दौरान ग्रीन पटाखों के बजाय सामान्य पटाखों का जमकर इस्तेमाल किया गया है लोगों ने बिना प्रदूषण की परवाह किए जमकर पटाखे फोड़ हैं जिससे वातावरण में काफी प्रदूषण फैल गया है। दीपावली के लिए लोग बीते एक हफ्ते से तैयारियां कर रहे थे, जिसमें नए कपड़े, बर्तन, जेवरात और पटाखों की खरीदारी शामिल थी। बीती देर शाम से ही लोगों ने आतिशबाजी शुरू कर दी थी। सरकार द्वारा प्रदूषण न फैलाने की चेतावनी और जागरूकता अभियान चलाए जाने के बावजूद, लोगों ने भारी मात्रा में पटाखे जलाए, जिससे वायु प्रदूषण बढ़ गया। प्रदूषण के कारण कई लोग घरों से बाहर निकलने से बचे और घर के अंदर ही त्योहार मनाया।