लखनऊ के त्रिवेणीनगर द्वितीय स्थित प्राथमिक विद्यालय परिसर में रविवार शाम से श्रीराम कथा का शुभारंभ हुआ। कथावाचक दिलीप शुक्ल ने श्रीराम कथा को राष्ट्र वंदना से जोड़ा। उन्होंने कहा कि श्रीराम का जीवन राजकुमार से प्रभु बनने तक की यात्रा है। कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता पूजन से हुई। लेटे हुए हनुमान मंदिर के महंत डॉ. विवेक तांगड़ी, विजय दीक्षित और अनिल अग्रवाल ने दीप प्रज्वलित किया। डॉ. तांगड़ी ने कहा कि दिलीप शुक्ल की कथा की विशेषता है कि वह भारत माता पूजन से शुरू होती है। कथा में श्रद्धालुओं से अधिक संख्या में शामिल होने की अपील की पहले दिन कथा स्थल पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। भक्ति गीतों और जयकारों से माहौल भक्तिमय रहा। श्रोताओं ने श्रीराम चरित्र को राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा मानते हुए इसे आत्मसात करने का संकल्प लिया। कथा 13 सितंबर तक रोज शाम 5 बजे से रात 8:30 बजे तक चलेगी। कथाव्यास भगवान राम के आदर्शों, मर्यादा, त्याग और राष्ट्रनिष्ठा पर आधारित प्रसंगों का वर्णन करेंगे। आयोजकों ने श्रद्धालुओं से अधिक से अधिक संख्या में कथा में शामिल होने की अपील की है।