जिले में त्रिस्तरीय मतदाता सूची के पुनरीक्षण के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इस महत्वपूर्ण प्रक्रिया के तहत जिले में कुल 2635 बूथ लेवल अफसर (बीएलओ) तैनात किए जाएंगे। ये बीएलओ 19 अगस्त 2025 से घर-घर जाकर मतदाताओं का सर्वे शुरू करेंगे, ताकि मतदाता सूची को अद्यतन किया जा सके और नए मतदाताओं को इसमें शामिल किया जा सके। जिले में कुल 722 ग्राम पंचायतें और 126 न्याय पंचायतें हैं। मतदेय स्थलों की संख्या 2635 है, और प्रत्येक बूथ पर एक बीएलओ की नियुक्ति की जाएगी। बीएलओ का कार्य मतदाताओं के विवरण की जांच करना, नए मतदाताओं को जोड़ना, और मतदाता सूची में किसी भी प्रकार की त्रुटियों को सुधारना होगा। पुनरीक्षण प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और सुचारू बनाने के लिए न्याय पंचायतों में पर्यवेक्षकों की भी तैनाती की जाएगी। ये पर्यवेक्षक बीएलओ के कार्यों की निगरानी करेंगे और प्रक्रिया की गुणवत्ता सुनिश्चित करेंगे। बीएलओ और पर्यवेक्षकों की तैनाती का जिम्मा तहसील स्तर पर सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को सौंपा गया है। जिला प्रशासन ने इस प्रक्रिया के लिए कर्मचारियों की सूची एकत्र करने का काम पहले ही शुरू कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि यह पुनरीक्षण प्रक्रिया न केवल मतदाता सूची को अद्यतन करने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करेगी कि प्रत्येक पात्र मतदाता का नाम सूची में शामिल हो। इसके साथ ही, अपात्र या दोहरे नामों को हटाने का कार्य भी किया जाएगा। मतदाता सूची का पुनरीक्षण लोकतांत्रिक प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह सुनिश्चित करता है कि मतदाता सूची सटीक और अपडेटेड रहे, जिससे चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और विश्वसनीयता बनी रहे। इस प्रक्रिया के दौरान नए मतदाताओं, विशेष रूप से 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके युवाओं को मतदाता सूची में शामिल करने पर विशेष जोर दिया जाएगा।19 अगस्त से शुरू होने वाले इस घर-घर सर्वे के दौरान बीएलओ मतदाताओं से सीधे संपर्क करेंगे और उनके विवरणों की जांच करेंगे।