संभल के सरायतरीन स्थित प्रसिद्ध दरगाह पर हजरत दादा शाह फतेह उल्ला चिश्ती का चार दिवसीय 455वां उर्स रविवार की सुबह संपन्न हो गया। समापन अवसर पर देश में अमन, शांति और भाईचारे के लिए विशेष दुआ की गई। इस दौरान शहर व आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में अकीदतमंद दरगाह पहुंचे। अकीदतमंदों के अनुसार, उर्स का आयोजन हर साल की तरह इस वर्ष भी पारंपरिक तरीके से किया गया। इसमें कुरआन ख्वानी, फातिहा और चादरपोशी जैसी रस्में अदा की गईं। दरगाह परिसर में सूफियाना माहौल बना रहा, जहां दूर-दराज से आए जायरीनों ने हाजिरी देकर मन्नतें मांगीं। अकीदतमंदों ने बताया कि पहले उर्स के अवसर पर मेले का भी आयोजन होता था, लेकिन इस बार मेला नहीं लगाया गया। इसके बावजूद उर्स की रस्में पूरी श्रद्धा के साथ निभाई गईं। यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है और आगे भी जारी रहेगी। यह हजरत दादा शाह फतेह उल्ला चिश्ती का 455वां उर्स था। इस दौरान दरगाह पर लंगर का विशेष इंतजाम किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में अकीदतमंदों ने हिस्सा लिया। लंगर वितरण के दौरान आपसी भाईचारे और सौहार्द का माहौल देखने को मिला। उर्स के समापन पर सज्जादानशीन और खादिमों ने देश की तरक्की, आपसी सौहार्द और खुशहाली के लिए दुआ की। प्रशासन ने भी शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक इंतजाम किए थे।