डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में अब बिल्कुल नकल नहीं होगी। इस दावे को मजबूत करने के लिए नियमावली बनाई जा रही है। नकल करने वाले छात्रों और नकल कराने वाले शिक्षकों, कॉलेजों एवं संस्थानों के विरुद्ध साक्ष्य आधारित सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही विश्वविद्यालय में नए कोर्स भी शुरू होंगे। कुलपति प्रो. आशु रानी ने कहा कि विश्वविद्यालय मुख्य परीक्षाओं को नकलविहीन एवं निष्पक्ष बनाने के लिए नई नियमावली लागू करने जा रहा है। इस नियमावली को परीक्षा समिति एवं अकादमिक परिषद से अनुमोदित कराया जाएगा। गंभीर आरोपों पर कठोरतम सजा मिलेगी। नकल के आरोपी कॉलेजों को दो से तीन वर्षों के लिए परीक्षा केंद्र के रूप में डिबार किया जाएगा। वर्तमान में 16 कॉलेजों की जांच जारी है। विश्वविद्यालय में शुरू हुआ डायटिशियन कोर्स
कुलपति प्रो. आशुरानी ने कहा कि इस साल डायटिशियन कोर्स शुरू किया गया है। इसके साथ ही इंटीग्रेटेड बीए-बीएड, बीएससी-बीएड और बीकॉम-बीएड की शुरुआत की तैयारी की जा रही है। बीए-एलएलबी और एलएलबी पाठ्यक्रमों की शुरुआत के लिए बार काउंसिल ऑफ इंडिया से अनुमोदन मांगा गया है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर विश्वविद्यालय व्यापक स्तर पर कार्यक्रम किए जाएंगे। प्रदेश स्तर पर 50 हजार लोगों द्वारा एकसाथ सूर्यनमस्कार कर विश्व कीर्तिमान स्थापित करने में विश्वविद्यालय महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह कार्यक्रम पालीवाल पार्क व छलेसर परिसर सहित विभिन्न महाविद्यालयों में आयोजित किया जाएगा।