उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार बारिश के कारण नानक सागर डैम से 23 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे देवहा नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया। पीलीभीत जिले के बीसलपुर तहसील क्षेत्र के कई गांवों का संपर्क टूट गया है। देवहा नदी की तेज धारा रपटुआ नाले की ओर बह रही है। नवदिया-सितारगंज मार्ग पर ढाई फीट पानी भर गया है। भैंसटा-जलालपुर, अहिरवाड़ा और किशनी मार्गों पर भी पानी का तेज बहाव है। स्थानीय लोगों, विशेषकर बच्चों और महिलाओं का आवागमन प्रभावित हुआ है। एसडीएम नागेंद्र पांडे ने तहसीलदार आशीष कुमार गुप्ता और कोतवाली प्रभारी निरीक्षक संजीव कुमार शुक्ला के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने मार्गों पर खतरे की चेतावनी के लिए लाल झंडे लगवाए हैं। प्रशासन ने ग्रामीणों को नदी या बाढ़ के पानी से दूर रहने की अपील की है। नदी किनारे रहने वाले परिवारों को सतर्क रहने और आवश्यकता पड़ने पर सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। प्रशासन बाढ़ की स्थिति पर लगातार नजर रख रहा है। अभी तक कोई जनहानि नहीं हुई है, लेकिन जलस्तर में वृद्धि से क्षेत्र के लोग चिंतित हैं।