प्रदेश में बिजली विभाग के निजीकरण और अडानी पॉवर से महंगी बिजली खरीद के खिलाफ विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले सैकड़ों बिजलीकर्मी सड़कों पर उतर आए। लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम के सम्मान में तिरंगा रैली निकाली गई। वहीं राजधानी के शक्तिभवन पर क्रमिक अनशन छठे दिन भी जारी रहा। कॉन्फ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट’ का आरोप संघर्ष समिति ने ग्रान्ट थॉर्टन नाम की कंसल्टिंग कंपनी की नियुक्ति को भी कठघरे में खड़ा किया है। समिति का कहना है कि यही कंपनी पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगमों के निजीकरण की प्रक्रिया से भी जुड़ी है और अब अडानी पॉवर की ओर से भी सलाहकार है। इससे हितों के टकराव का बड़ा मामला सामने आया है। हरियाणा से भी मिला समर्थन शक्तिभवन पर अनशन स्थल पर 200 से ज्यादा बिजलीकर्मी और अभियंता बैठे। इनमें अयोध्या, बरेली, रायबरेली, सीतापुर सहित कई जिलों से पहुंचे कर्मी शामिल थे। हरियाणा से भी बिजलीकर्मियों का प्रतिनिधिमंडल अनशन में शामिल हुआ।