मेरठ में नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी का एक बड़ा रैकेट सामने आया है। मेडिकल कॉलेज से जुड़े एक लैब टेक्नीशियन ने गिरोह बनाकर इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पूरे रैकेट का पर्दाफाश करने की तैयारी कर रही है। मुख्य आरोपी की पहचान बुनियाद खान पुत्र इकबाल खान के रूप में हुई है। वो लोहिया नगर थाना क्षेत्र की हुसैन कॉलोनी का निवासी है। मेडिकल हॉस्पिटल में लैब टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत है। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर बेरोजगार युवाओं को सरकारी विभागों, अस्पतालों और निजी कंपनियों में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। इस गिरोह में अस्पताल के कुछ अन्य कर्मचारी और हरियाणा के लोग भी शामिल बताए जा रहे हैं। आरोप है कि आरोपी गिरोह ने प्रत्येक व्यक्ति से तीन से पांच लाख रुपये वसूले। कुछ पीड़ितों से तो 10 लाख रुपये तक की रकम ली गई। गिरोह के सदस्य पीड़ितों को मेडिकल हॉस्पिटल, पुलिस विभाग और यहां तक कि आईपीएस जैसी उच्च पदों पर नौकरी दिलाने का भरोसा दिलाते थे। जब लंबे समय तक नौकरी नहीं मिली और पीड़ितों ने अपने पैसे वापस मांगे, तो आरोपियों ने टालमटोल करना शुरू कर दिया। इसके बाद पीड़ित परिवारों ने आरोपी को घेर लिया और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने मुख्य आरोपी बुनियाद खान को हिरासत में ले लिया। हालांकि, उसका साथी हरीश पाल और अन्य कई सहयोगी फरार होने में कामयाब रहे। सूत्रों के अनुसार, यह गिरोह मेरठ के अलावा हरियाणा और दिल्ली में भी सक्रिय था। पुलिस ने गिरोह से जुड़े अन्य फरार आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। इसके साथ ही, बैंक खातों और लेन-देन की जांच के लिए साइबर टीम की मदद ली जा रही है। एसपी सिटी ने बताया कि मामले में ठोस सबूत मिले हैं। आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।