लखनऊ के इंजीनियर्स भवन में 'शांति और विकास के लिए परमाणु ऊर्जा' विषय पर एक विशेष तकनीकी संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता लखनऊ विश्वविद्यालय की पूर्व प्रोफेसर उषा बाजपेयी ने टाटा-पारमाणु ऊर्जा पर व्याख्यान दिया। प्रो. बाजपेयी ने बताया कि वर्तमान में भारत में 24 परमाणु ऊर्जा संयंत्र कार्यरत हैं। इन संयंत्रों की कुल उत्पादन क्षमता 8,180 मेगावाट है। सरकार की योजना 2031-32 तक इसे बढ़ाकर 22,480 मेगावाट करने की है। उन्होंने बताया कि परमाणु ऊर्जा का उपयोग बिजली उत्पादन के अलावा चिकित्सा, कृषि, अंतरिक्ष अनुसंधान और औद्योगिक विकास में भी किया जा सकता है।कार्यक्रम आईपी अध्यक्ष इंजी. मसर्रत नूर खान, डॉ. जसवंत सिंह, इंजी. एल.जी.पी सिंह, जे.बी सिंह, डी. के. गुप्ता ने इंजीनियरिंग क्षेत्र के कई प्रतिष्ठित विशेषज्ञों ने विचार साझा किया। कार्यक्रम का समापन मानद सचिव इंजी. विजय प्रताप सिंह के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।