उत्तर प्रदेश के बहराइच में एक घर से 6 लाशें मिलीं। किसान ने पहले घर पर गांव के 2 लड़कों की हत्या की। फिर अपनी 2 बेटियों और पत्नी के साथ खुद को कमरे में बंद कर आग लगा दी। घर को आग लगाने से पहले वह मवेशियों को भी अंदर ले आया था। घटना रामगांव इलाके के निंदुरपुरवा गांव में बुधवार सुबह करीब 9 बजे हुई। आग की लपटें देखकर आसपास के लोग भागते हुए किसान के घर पहुंचे। देखते ही देखते भीड़ जमा हो गई। चीख-पुकार मच गई। पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड के अमले ने तुरंत आग पर काबू किया। पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। बताया जाता है, विजय 3 लड़कों को लहसुन बुवाई के लिए लेकर आया था। एक लड़के को खेत भेज दिया। उसके बाद 2 लड़के राम नवमी पर पूजा-पाठ करने की बात कहकर जल्दी घर जाने की बात कहने लगे। इसी बात पर उसका झगड़ा हो गया। उसने दोनों लड़कों की हत्या कर दी। फिर खुद के फंसने के डर से पूरे परिवार को कमरे में ले जाकर बंद कर लिया और आग लगा ली। घटना के बाद मौके पर डीआईजी अमित पाठक समेत बहराइच के डीएम अक्षय त्रिपाठी, एसपी राम नयन सिंह पहुंचे। मृतकों में विजय मौर्य (40), उसकी पत्नी धीरज कुमारी (35), बड़ी बेटी प्रियांशी (8) और छोटी बेटी रियांशी उर्फ छुटकी (6) के अलावा गांव के सूरज यादव (14), सनी वर्मा (13) शामिल हैं। घटना की 3 तस्वीरें देखिए... विजय के एक बेटे की 2 महीने पहले मौत हो गई थी
गांववालों ने बताया- विजय के एक बेटे की 2 महीने पहले बीमारी से मौत हो गई थी। वहीं, बड़ी बेटी कंचना मौर्य की शादी बिछिया ब्लॉक मुकेरिया गांव में हुई है। विजय के 2 बड़े भाई भी हैं। लेकिन, उनकी विजय से कुछ खास नहीं बनती। इसलिए दोनों भाई मां के साथ अलग रहते हैं। लड़कों का गला रेता, अंगुलियां काटीं
पुलिस जब मौके पर पहुंची, तो घर से धुआं निकल रहा था। पुलिस ने दरवाजा तोड़ा और अंदर गई। वहां जमीन पर लड़कों की लाशें पड़ी थीं। दोनों का गला कटा था। हाथ की 3 अंगुलियां भी कटी थीं। गर्दन को किसी धारदार हथियार से रेता गया था। विजय, उसकी पत्नी और दोनों बच्चियों की लाश कमरे की टांड़ पर पड़ी थी। सभी शव जले हुए थे। लहसुन की बुवाई को लेकर हुआ झगड़ा
मृतक सनी वर्मा के चाचा कुलदीप वर्मा ने बताया- विजय ने सुबह 8 बजे मेरे भतीजे सनी को लहसुन की बुवाई के लिए बुलाया था। साथ में सूरज को भी ले आया था। उसने बच्चों को 10 रुपए प्रति किलो के हिसाब से लहसुन गाड़ने का लालच दिया था। बच्चे झांसे में आ गए। घर ले जाकर उसने दोनों का गला रेत दिया और आग लगा दी। आग से उसके 4 मवेशी भी जिंदा जल गए। ट्रैक्टर भी जलकर राख हो गया। ग्रामीण बोला- मेरे भतीजे को भी बुलाने आया था विजय
गांव के रहने वाले झींगुर ने बताया- सुबह विजय मेरे पास भी आया था और मेरे भतीजे को बुलाया। कहने लगा कि लहसुन बुवाना है। लेकिन, भतीजा साथ नहीं गया। इसके बाद वो अन्य बच्चों को बहाने से लेकर आया। अचानक घर जलने लगा। इस पर हम लोग दौड़कर यहां पहुंचे। यहां आकर पता चला कि विजय ने अपने परिवार समेत आग लगा ली है। एसपी राम नयन सिंह के मुताबिक, किसान विजय गांव के 3 बच्चों सूरज, किशन और सनी को लहसुन बुवाने के लिए लाया था। एक घंटे तक तीनों ने लहसुन बोया। उसके बाद किशन को उसने पेड़ की डालें काटने के लिए भेज दिया। सूरज और सनी की हत्या की। फिर दोनों की लाश को कमरे में बंद कर आग लगा दी। वो बाहर बंधे मवेशियों को भी कमरे में ले गया। बाहर खड़े ट्रैक्टर को भी उसने जलाया। फिर खुद अपने परिवार को दूसरे कमरे में बंद कर आग लगा दी। मानसिक हालत ठीक नहीं थी
एसपी ने बताया कि शुरुआती पड़ताल से ऐसा लग रहा है कि विजय मौर्य ने पूरे परिवार को खत्म करने के इरादे से ही इतना बड़ा कदम उठाया। उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं थी। हत्या के कारणों का पता लगाने के लिए सभी शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। फोरेंसिक टीम को भी जांच में लगाया गया है। इन 3 सवालों के जवाब तलाशेगी पुलिस 1. लड़कों की हत्या की वजह क्या?
वारदात के पीछे लहसुन की बुवाई को लेकर विवाद सामने आ रहा है। हालांकि, बात इतनी कैसे बिगड़ गई कि मामला हत्या तक पहुंच गया। यह अब तक यह बात साफ नहीं हो पाई है। 2. बेटियों की हत्या क्यों की?
पुलिस के सामने दूसरा सबसे बड़ा सवाल यह है कि विजय ने अपनी छोटी-छोटी बेटियों की हत्या क्यों की? जबकि, उनका इस विवाद से कोई लेना-देना नहीं था। 3. शव टांड़ पर कैसे पहुंच गए?
पुलिस इस बात की भी जांच करेगी कि विजय और उसके परिवार के शव घर में अलग-अलग टांड़ पर कैसे पहुंच गए। हत्या के बाद शव ऊपर पहुंचाए गए या फिर आग से बचने के लिए वो ऊपर चढ़ गए थे। ---------------------
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