उत्तर प्रदेश के पीलीभीत टाइगर रिजर्व में एक दुर्लभ दृश्य देखने को मिला। रिजर्व के मुख्य पर्यटन क्षेत्र के पास एक ही स्थान पर चार बाघों को एक साथ देखा गया। यह घटना रिजर्व में बाघों की बढ़ती आबादी का संकेत है। वन विभाग के अनुसार, ये बाघ पर्यटकों के कैमरे में कैद हुए और सफारी पर सवार पर्यटकों ने भी इन्हें देखा। यह घटना पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघों के लिए सुरक्षित वातावरण को दर्शाती है। पीलीभीत टाइगर रिजर्व अपनी समृद्ध जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है। यहां बाघों के अलावा तेंदुए, हिरण, मगरमच्छ और कई प्रजातियों के पक्षी पाए जाते हैं। रिजर्व में चुका बीच और शारदा सागर बांध प्रमुख पर्यटक स्थल हैं। चुका बीच शारदा सागर बांध के किनारे स्थित है। यहां पर्यटक बोटिंग का आनंद ले सकते हैं। वन विभाग द्वारा बनाए गए ट्री हट और बैंबू हट में रुककर जंगल का अनूठा अनुभव ले सकते हैं। शारदा सागर बांध अपने विशाल जलाशय और हरे-भरे परिदृश्य के लिए जाना जाता है। बाघों की संख्या को लेकर मिला अवॉर्ड पीलीभीत टाइगर रिजर्व को बाघों की संख्या में दोगुनी बढ़ोतरी करने के लिए बीते दिनों t2x अवार्ड भी मिला था। ऐसे में पीलीभीत टाइगर से में लगातार बढ़ रहे बाघों के कुनबे से इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि पीलीभीत टाइगर रिजर्व का जंगली बाघों के लिए अनुकूल साबित हो रहा है। जिसके चलते यहां लगातार बाघों का कुनबा बाढ़ रहा है। मानव वन्य जीव संघर्ष के मामले भी आ रहे सामने पीलीभीत टाइगर रिजर्व के सीमित जंगल में बाघों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ऐसे में कुछ बाघ जंगल छोड़कर जंगल के आसपास के इलाके में अपना आशियाना बना रहे हैं। आमतौर पर इन टाइगर को शुगरकेन टाइगर के नाम से जाना जाता है। जंगल के बाहर निकलकर मानव आबादी की करीब आने वाले टाइगर कई बार मानव वन्य जीव संघर्ष जैसी स्थिति भी उत्पन्न कर देते हैं।