पीलीभीत जिले के बरखेड़ा थाना क्षेत्र के नरायनठेर गांव में एक नवविवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। आरोप है कि ससुराल वालों ने घटना की जानकारी लगभग 24 घंटे तक पुलिस से छिपाए रखी। मृतका के मायके वालों ने मामले को संदिग्ध बताते हुए तत्काल पोस्टमॉर्टम और गहन जांच की मांग की है। मृतका की पहचान 24 वर्षीय ऊषा देवी के रूप में हुई है, जिसका शव शुक्रवार सुबह घर के कमरे में संदिग्ध हालत में मिला। पति चिरंजीत के अनुसार, वह सुबह करीब 5:40 बजे छत पर चाय बनाने गए थे। लगभग 20 मिनट बाद जब वह नीचे लौटे, तो उन्होंने ऊषा को कमरे के पंखे से साड़ी के फंदे से लटका हुआ पाया। उन्होंने उसे तुरंत नीचे उतारा, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पंखे से साड़ी के फंदे से लटका मिला शव पति चिरंजीत ने दावा किया कि घटना से कुछ देर पहले ही उनके माता-पिता मथुरा जाने के लिए घर से निकल चुके थे। पति ने घटना की सूचना मृतका के मायके ग्राम दियोराजपुर में दी। हालांकि, पुलिस को घटना की जानकारी देने में लगभग 24 घंटे का समय लगा, जिससे मायके वालों का संदेह गहरा गया है। ऊषा देवी का विवाह छह वर्ष पूर्व चिरंजीत के साथ हुआ था और उनके दो छोटे बच्चे भी हैं। मायके पक्ष का आरोप है कि ससुराल वालों का रवैया संदिग्ध है और 24 घंटे तक पुलिस को सूचना न देना कई सवाल खड़े करता है। घटना की सूचना मिलने पर बरखेड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची। थाना प्रभारी प्रमेंद्र कुमार ने बताया कि मृतका के पिता रामदुलारे ने एक प्रार्थना पत्र दिया है। इसमें उन्होंने बेटी की मौत को संदिग्ध बताते हुए शव का पोस्टमॉर्टम कराने और उचित कानूनी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की बात कही है।