फतेहपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यालय का घेराव करने का प्रयास किया। जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेश द्विवेदी के नेतृत्व में कार्यकर्ता ज्वालागंज स्थित पार्टी कार्यालय से भाजपा कार्यालय की ओर बढ़ रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें 50 मीटर पहले ही रोक दिया। पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद कांग्रेसी नेता वहीं धरने पर बैठ गए और प्रधानमंत्री के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। स्थिति को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। पुलिस की सख्ती के कारण कांग्रेसी नेता लगभग 20 मिनट बाद ही वापस लौट गए। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष महेश द्विवेदी ने बताया कि यह घेराव राहुल गांधी और सोनिया गांधी को कथित तौर पर झूठे मामलों में फंसाए जाने के विरोध में किया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोनिया गांधी, जो 80 वर्ष की वृद्ध और बीमार महिला हैं, से घंटों पूछताछ की, जबकि अदालत ने भी इस मामले का संज्ञान नहीं लिया। द्विवेदी ने मनरेगा योजना में बदलावों पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गरीबों को रोजगार देने के लिए मनरेगा योजना बनाई थी, जिसे भाजपा सरकार ने हटाकर या नाम बदलकर "विकसित भारत जी राम जी" कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा राम के नाम पर अपनी योजनाएं चला रही है, लेकिन कांग्रेस की योजनाओं को बंद कर रही है और अब केंद्र सरकार ही योजनाएं तय करेगी। उन्होंने याद दिलाया कि कोविड के समय मनरेगा ने ही गरीबों को रोजगार दिया था। महेश द्विवेदी ने कहा कि उनके नेताओं को झूठे मामलों में फंसाने के विरोध में ही वे भाजपा कार्यालय का घेराव कर रहे हैं। इस मौके पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष मो. आरिफ गुड्डा, पंडित राम नरेश महाराज सहित कई अन्य नेता मौजूद रहे।