जिले के ढोढ़या स्थित बखिरा झील के किनारे एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना सामने आई। जंगल से भटककर आया एक हिरण आवारा कुत्तों का शिकार बन गया। झील के किनारे हिरण पर आधा दर्जन आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया। एक व्यक्ति ने कुत्तों को हिरण पर हमला करते देख शोर मचाया। उनकी आवाज सुनकर उदय नारायण, मोती लाल निषाद, संतराम और दिल्लू मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने हिरण को कुत्तों से बचाने का प्रयास किया। लेकिन तब तक हिरण गंभीर रूप से घायल हो चुका था। उदय नारायण ने तुरंत वन विभाग को सूचना दी। वन विभाग के कर्मचारी दो घंटे बाद मौके पर पहुंचे। तब तक हिरण की मौत हो चुकी थी। वन विभाग के कर्मचारियों ने हिरण के शव को गड्ढा खोदकर दफना दिया।