बदायूं के कस्बा कुंवरगांव में बुधवार रात एक आतिशबाज के घर में अचानक आग लग गई। होलीचौक इलाके में रहने वाले रहीस के घर में रात साढ़े 11 बजे रखी आतिशबाजी में आग लगने से लगातार धमाके होने लगे। आग लगने के बाद परिवार की महिलाओं और बच्चों ने शोर मचाया। आसपास के लोगों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पूरे परिवार को सुरक्षित बाहर निकाला। घटना की सूचना पुलिस और फायर ब्रिगेड को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लाउडस्पीकर से लोगों को दूर रहने की अपील की। लगातार हो रहे धमाकों के कारण आसपास के घरों को भी खाली करवाया गया। फायर फाइटर्स की टीम दो फायर टेंडर लेकर पहुंची। टीम ने एक घंटे की कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया। घर में इतनी बड़ी मात्रा में आतिशबाजी का भंडारण नियमों के विपरीत था। यह घटना प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही है। भीतरी हिस्से में नहीं पहुंची आग गनीमत की बात यह रही कि आग घर के भीतरी हिस्से में नहीं पहुंची। बताया जाता है कि वहां आतिशबाजी का और बड़ा जखीरा रखा हुआ था। पूरे घर में आतिशबाजी ही भरी थी। ऐसे में आग अगर पिछले हिस्से में पहुंचती तो और बड़ा हादसा हो जाता। अवैध भंडारण, सिस्टम बेखबर दरअसल, आतिशबाजी का लाइसेंस देते वक्त यह भी शर्त होती है कि भंडारण के लिए आबादी वाली जगह से दूर स्थान बनाया जाएगा लेकिन बदायूं में नियम और शर्तें महज रिकार्ड में पूरी होती हैं। इससे पहले भी उसावां थाना क्षेत्र में एक आतिशबाज के घर में रखे जखीरे में विस्फोट में पूरा घर ढह गया था और मलबे में दबकर आतिशबाद समेत दो लोगों की मौत हुई थी। थाना पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठे थे और सिपाहियों पर कार्रवाई भी हुई। जबकि यहां भी रिकार्ड में गोदाम भले ही दूसरी जगह था लेकिन पूरे घर में आतिशबाजी भरी हुई थी।