बदायूं में गंगा और रामगंगा नदियों का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। गंगा नदी खतरे के निशान से 63 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। नरौरा, हरिद्वार और बिजनौर डैम से कुल 5 लाख 18 हजार 160 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिले की दातागंज, सहसवान और सदर तहसीलों के 40 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। इन गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। लोग आवागमन के लिए नावों का सहारा ले रहे हैं। बाढ़ की स्थिति गंभीर होने के कारण तीन गांवों को खाली करा दिया गया है। उसहैत के जटा, प्रेमीनगला और जसवंतनगला के निवासियों को कटरा सआदतगंज स्कूल में स्थानांतरित किया गया है। उसहैत क्षेत्र के जटा, प्रेमीनगला, अहमदनगर बछौरा के साथ सहसवान के खागी नगला, भमरौलिया और तोफीनगला गांवों में गंगा का पानी घुस चुका है। रामगंगा नदी के किनारे बसे मौसमपुर और नवादा बदन भी डूबने के कगार पर हैं। रामगंगा ने हजारों बीघा फसल को नुकसान पहुंचाया है। जिलाधिकारी अवनीश राय ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और अधिकारियों को बाढ़ पीड़ितों को अधिकतम सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है।