बागपत में भारतीय किसान संघ के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को जिला अधिकारी कार्यालय पर जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। किसानों ने जनपद के सभी गन्ना क्रय केंद्रों पर लगातार घटतौली की शिकायतें मिलने का आरोप लगाया, जिससे उन्हें भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने इन अनियमितताओं को तत्काल बंद करने की मांग की। किसानों ने यह भी आरोप लगाया कि क्रय केंद्रों से चीनी मिलों तक गन्ना भेजने में लगने वाला किराया उनसे मनमाने ढंग से वसूला जा रहा है, जो पूरी तरह अनुचित है। उन्होंने मांग की कि यह किराया किसान पर थोपने की बजाय सरकारी व्यवस्था से नियंत्रित किया जाए और किसानों का शोषण बंद हो। इसके साथ ही, किसानों ने क्रय केंद्रों पर लगे प्लेटफार्म की लंबाई बढ़ाने की मांग रखी। उनका कहना था कि छोटी प्लेटों के कारण गन्ना उतारते समय अक्सर हादसे होते हैं, जिससे किसानों की जान-माल को खतरा रहता है। प्लेटों की लंबाई बढ़ने से ऐसी घटनाओं पर रोक लगेगी। धरने में चीनी मिलों का लंबित भुगतान भी एक प्रमुख मुद्दा रहा। किसानों ने बताया कि लंबे समय से बकाया भुगतान अटका हुआ है, जिससे उनकी आर्थिक तंगी लगातार बढ़ रही है। उन्होंने प्रशासन से सभी चीनी मिलों को तत्काल भुगतान करने के निर्देश जारी करने और नियमों का पालन न करने वाली मिलों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। किसान जिला अधिकारी से सीधी वार्ता की उम्मीद में थे, लेकिन उनसे मुलाकात न होने पर उन्होंने नाराजगी जताई। बाद में, उपजिलाधिकारी (एसडीएम) मौके पर पहुंचे और किसानों से वार्ता कर उनका ज्ञापन स्वीकार किया। एसडीएम ने आश्वासन दिया कि उनकी सभी समस्याओं पर 5 दिन के भीतर कार्रवाई की जाएगी। इस आश्वासन के बाद किसानों ने अपना धरना शांतिपूर्वक समाप्त कर दिया।