बागपत में किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिलाधिकारी अस्मिता लाल को ज्ञापन सौंपा। किसानों ने गन्ने का मूल्य ₹400 प्रति क्विंटल से बढ़ाकर ₹450 करने और चीनी मिलों द्वारा समय पर भुगतान सुनिश्चित करने की मांग की। किसानों ने बताया कि बढ़ती महंगाई और खेती की लागत में लगातार वृद्धि के कारण मौजूदा दर पर गन्ना उत्पादन घाटे का सौदा साबित हो रहा है। डीजल, खाद, बीज और मजदूरी के दाम बढ़ने से उत्पादन लागत काफी बढ़ गई है, जिसके चलते गन्ने का उचित मूल्य तय किया जाना आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा कि चीनी मिलों द्वारा गन्ने का भुगतान समय पर न किए जाने से किसानों को गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ता है। कई बार उन्हें महीनों तक बकाया भुगतान का इंतजार करना पड़ता है, जिससे अगले कृषि सीजन की तैयारी करना मुश्किल हो जाता है। किसानों ने शासन स्तर से निर्देश जारी कर मिलों को निर्धारित समय सीमा में भुगतान करने के लिए बाध्य करने की मांग की। किसान यूनियन के नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने गन्ने का मूल्य नहीं बढ़ाया और भुगतान व्यवस्था में सुधार नहीं किया, तो वे बड़े आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। जिलाधिकारी अस्मिता लाल ने किसानों की मांगों को गंभीरता से सुना और आश्वासन दिया कि ज्ञापन शासन को भेजा जाएगा तथा उचित कार्रवाई की जाएगी।