फर्रुखाबाद के कम्पिल थाने में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। आध्यात्मिक ईश्वरी विश्वविद्यालय के संस्थापक बाबा वीरेंद्र देव उर्फ वीरेंद्र दीक्षित के भांजे हृदेश पांडे ने 14 नामजद अनुयायियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। हृदेश पांडे ने आरोप लगाया है कि इन लोगों ने उनके मामा का अपहरण किया और हत्या कर शव को गायब कर दिया। बाबा वीरेंद्र देव कम्पिल कस्बा के नेहरू नगर के निवासी हैं। उन्होंने 1983-84 में आध्यात्मिक ईश्वरी विश्वविद्यालय की स्थापना की थी। यह संस्था देश के कई शहरों में फैली हुई है। इससे देश-विदेश के अनेक लोग जुड़े हैं। संस्था के पास काफी चल-अचल संपत्ति है, जिसकी देखरेख बाबा वीरेंद्र देव करते थे। रिपोर्ट के अनुसार, बाबा आखिरी बार 2016 में अपने विश्वासपात्र अनुयायियों विद्या, काकुली, पुष्पा, मजरी, नीलम डिसिल्वा, दीपक डिसिल्वा और 15-20 अन्य अनुयायियों के साथ देखे गए थे। दिल्ली में बाबा पर मुकदमा दर्ज होने के बाद से सीबीआई भी बाबा की तलाश में जुटी हुई है। बाबा का लुकआउट नोटिस भी जारी है। वहीं पांच लाख रुपए का इनाम भी है।