गाजियाबाद में मंगलवार को हुई झमाझम बारिश ने एक बार फिर नगर निगम की तैयारियों की पोल खोल दी। शहर के कई इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया। इससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। जगह-जगह जलभराव की वजह से पैदल चलने वाले, साइकिल सवार और वाहन चालकों को कठिनाइयों से जूझना पड़ा। नगर निगम द्वारा बारिश से पहले किए गए नालों की सफाई और जलनिकासी व्यवस्था के दावे पूरी तरह फेल साबित हुए। बारिश के चलते गाजियाबाद की प्रमुख सड़कें तालाब में तब्दील हो गईं। एनएच-9 की सर्विस रोड पर पानी भरने से कई ऑटो और गाड़ियां बीच सड़क पर बंद हो गईं। वहां से गुजर रहे लोगों को जाम में फंसे रहना पड़ा। स्थानीय निवासी आकाश ने बताया, यह कोई नई बात नहीं है। हर बार बारिश में यही हाल होता है। सड़कों पर पानी भर जाता है, लेकिन अधिकारी कुछ नहीं करते। इस जलभराव ने नगर निगम की अनदेखी और लापरवाह व्यवस्था को उजागर कर दिया है। शहर में स्थित बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र की स्थिति और भी खराब है। यहां बीते कई महीनों से नाला निर्माण का काम अधूरा पड़ा है। UPSIDA के अधिकारियों की अनदेखी और ठेकेदार की ढिलाई की वजह से सड़क पर सिल्ट जमा है। यह बारिश के पानी में बहकर कीचड़ में तब्दील हो गई है। इससे फैक्टरी में काम करने वाले मजदूरों को बेहद कठिनाई हो रही है। कंपनी के सामने स्थिति इतनी खराब है कि पानी फैक्ट्री के अंदर तक घुस गया है। पेड़ पौधे सड़ने लगे हैं और उत्पादन पर भी असर पड़ा है। कंपनी मालिक ने कई बार अधिकारियों को शिकायत दी लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर जल्द कार्य पूरा नहीं हुआ तो क्षेत्र में संक्रामक बीमारियां फैल सकती हैं। मंगलवार को हुई बारिश ने यह साबित कर दिया कि गाजियाबाद में जलनिकासी और नगर प्रबंधन के नाम पर सिर्फ कागजी कार्रवाई की जा रही है।