बिजनौर के हल्दौर क्षेत्र में शिक्षकों की लापरवाही का एक मामला सामने आया है। यहां पीएम श्री कंपोजिट विद्यालय नवादा के शिक्षक एक बच्चे को कक्षा में बंद कर स्कूल बंद कर घर चले गए। लगभग एक घंटे बाद प्रशिक्षु आईएएस और बीडीओ हल्दौर ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी, जिसके बाद उसे बाहर निकाला गया। मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं। यह घटना शुक्रवार दोपहर लगभग सवा तीन बजे की है। प्रशिक्षु आईएएस कुणाल रस्तोगी, जिनके पास बीडीओ हल्दौर का अतिरिक्त प्रभार है, नवादा स्थित आंगनबाड़ी केंद्र की जांच के लिए स्कूल परिसर पहुंचे थे। इसी दौरान उन्हें स्कूल के एक कमरे से बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। जांच करने पर पता चला कि एक बच्चा कमरे के अंदर बंद था। बच्चे ने अपना नाम वंश बताया, जो कक्षा पांच का छात्र है। ट्रेनी आईएएस ने तुरंत खंड शिक्षा अधिकारी अलका अग्रवाल को फोन कर स्कूल की चाबी के साथ मौके पर बुलाया। लगभग एक घंटे बाद, शाम चार बजे के आसपास, एक शिक्षामित्र चाबी लेकर पहुंचा और ताला खोलकर बच्चे को बाहर निकाला गया। इस दौरान बच्चे के परिजन और ग्रामीण भी मौके पर मौजूद थे। बाहर आते ही बच्चा अपनी मां से लिपट गया। इस मामले पर बीएसए सचिन कसाना ने बताया कि पूरे प्रकरण की जांच एबीएसए को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद संबंधित शिक्षकों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।