भदोही में पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगमों के निजीकरण के विरोध में भदोही में विद्युतकर्मियों का प्रदर्शन जारी है। गुरुवार को अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक कर्मचारियों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के अध्यक्ष इंजीनियर कुंवर ज्योति प्रकाश ने कहा कि प्रबंधन ने दोनों डिस्कॉम को घाटे में दिखाकर निजीकरण का निर्णय लिया है। कर्मचारी पिछले सात महीने से आंदोलन कर रहे हैं। सरकार ने अभी तक कोई वार्ता नहीं की है। निजीकरण के विरोध में 9 जुलाई को हड़ताल की घोषणा की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड और शासन के कुछ बड़े अधिकारियों की चुनिंदा निजी घरानों से मिलीभगत है। निजीकरण होने पर उपभोक्ताओं को मिलने वाली सब्सिडी समाप्त हो जाएगी। उपभोक्ताओं को 10 से 12 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीदनी पड़ेगी। प्रदर्शन में जूनियर इंजीनियर संगठन के मंत्री इंजीनियर मनोज कुमार, अभिषेक प्रजापति, शैलेश मौर्य, रविंद्र प्रताप यादव, ब्रह्मदत्त पटेल समेत कई कर्मचारी मौजूद रहे। कर्मचारी नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर निजीकरण नहीं रोका गया तो प्रदेशभर के कर्मचारी आंदोलन करने को मजबूर होंगे।